पौराणिक धनेसरा तालाब से भी अवैध कब्जेदारों को नगर निगम ने हटाया, द्वापर युग से है इस तालाब का महत्व...
सोनिया तालाब को अवैध कब्जा से मुक्त कराने के बाद नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जा से मुक्त करवाकर धनेसरा तालाब को भी अपने कब्जे में ले लिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सोनिया तालाब को अवैध कब्जा से मुक्त कराने के बाद नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जा से मुक्त करवाकर धनेसरा तालाब को भी अपने कब्जे में ले लिया है. कब्जा हटाने का काम शुक्रवार देर शाम तक चली, जो शनिवार को भी जारी रहेगी.
पीलीकोठी स्थित जैतपुरा थाना अन्तर्गत पौराणिक 4 बीघे में स्थित इस तालाब पर लोगोें के द्वारा वर्षो से कब्जा कर मकान नम्बर भी ले लिया गया था. नगर निगम द्वारा सबसे पहले कार्यवाही करते हुए मकान नम्बरों को निरस्त किया गया, उसके पश्चात नगर निगम द्वारा शुक्रवार को कब्जा प्राप्त किया गया. तालाब बड़ा होने के कारण देर शाम तक कब्जा लेने की कार्यवाही चल रही थी, जो शनिवार को भी जारी रहेगी. धनेसरा तालाब के बाहरी छोर पर कुछ लोगों के द्वारा न्यायालय की शरण ली गयी है, जिस पर नगर निगम विधिक कार्यवाही कर रहा है तथा विधिक कार्यवाही पूर्ण होने के पश्चात सभी अवैध भवनों को ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी.
नगर निगम द्वारा धनेसरा तालाब पर पीलर गाड़ कर कब्जे की कार्यवाही की जा रही है. धनेसरा तालाब काशी क्षेत्र में एक पौराणिक एवं धार्मिक तालाब है, जिसे द्वापर युग में कुबेर ने इस तालाब का निर्माण कराया था. कुबेर ने यहाॅ तपस्या कर शिव को प्रसन्न किया था तथा दरिद्रता से मुक्ति का वरदान माॅगा था. बताते हैं कि इस कुंड में स्नान करने से दरिद्रता से मुक्ति मिलती है. चार बीघे के इस तालाब को मुक्ति कराने हेतु नगर निगम वर्षो से प्रयासरत था.