BHU: हवन-पूजन कर मनाया गया स्थापना दिवस, VC ने किया विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण, नहीं निकली इस वर्ष झांकी...
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुए हवन व सरस्वती पूजा में कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर, रेक्टर प्रो. वी. के. शुक्ला, कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एम. के. सिंह, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी समेत विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र उपस्थित थे। इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए झांकी न निकलने से बच्चों के चेहरे पर थोड़ी मायूसी जरूर थी।
विश्वविद्यालय के स्थापना स्थल पर अधिकारियों संग कुलपति नेकिया विधिवत हवन-पूजन
ट्रॉमा सेन्टर में हुआ नर्सेस आवास, अमृत फार्मेसी एवं न्यू सर्विस एवं
प्रशासनिक खण्ड का उद्घाटन
सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल कोलहुआ, में नवनिर्मित प्रार्थना कक्ष एवं नई कक्षाओं का किया लोकार्पण
वाराणसी,भदैनी मिरर। महामना मदनमोहन मालवीय की तपोस्थली काशी हिंदू विश्वविद्यालय वसंत पंचमी को अपने 105 वर्ष पूरे कर 106 वें वर्ष में कदम रख ली। स्थापना दिवस पर उल्लास के साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पूजन-पाठ के बाद कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया। सबसे पहले विश्वविद्यालय के स्थापना स्थल पर विधिवत पूजा अर्चना की गई। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुए हवन व सरस्वती पूजा में कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर, रेक्टर प्रो. वी. के. शुक्ला, कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एम. के. सिंह, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी समेत विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र उपस्थित थे। इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए झांकी न निकलने से बच्चों के चेहरे पर थोड़ी मायूसी जरूर थी।
कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामना देते हुए कहा कि अगर हम सब पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ महामना के पदचिन्हों पर चलें तो न केवल एक अच्छे व्यक्ति बन सकते हैं बल्कि सही अर्थों में विश्वविद्यालय व देश की सेवा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अपने आप में अनेक विशेषताओं वाला संस्थान है और उनके लिए ये बहुत गर्व की बात है कि उन्हें बीएचयू की सेवा करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों का आह्वान किया कि वे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठा व ख्याति के नए शिखर पर पंहुचाने के लिए पूरे उत्साह से कार्य करें।
करोड़ो की परियोजना का किया लोकार्पण
स्थापना दिवस पर कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने चिकित्सा विज्ञान संस्थान के ट्रॉमा सेन्टर परिसर में नर्सेस फ्लैट्स का उद्घाटन किया। इस परियोजना के तहत ग्राउंड के साथ छह तलों का निर्माण होना है। फिलहाल बारह करोड़ रुपये की लागत से ग्राउंड के साथ एक तल तैयार हो चुका है, जिसमें 40 प्लैट बनाए गए हैं। यह 1 बीएचके फ्लैट्स हैं। अतिरिक्त धनराशि मिलने पर कुल 160 फ्लैट्स तैयार होंगे। कुलपति ने तीन मंजिला सर्विस एवं प्रशासनिक भवन का भी उद्घाटन किया। इसमें यूपीएस एवं सभी बैटरी लगेंगी एवं तीसरे तल पर प्रशासनिक कार्यालय होगा। इसके निर्माण में लगभग पांच करोड़ की लागत आयी। कुलपति ने ट्रॉमा सेन्टर परिसर में अमृत फार्मेसी का भी उद्घाटन किया। इस फार्मेसी की शुरूआत से ट्रॉमा सेन्टर में आने वाले मरीज़ों को काफी सुविधा होगी। उद्घाटन समारोह में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. बी. आर. मित्तल, ट्रॉमा सेन्टर के आचार्य प्रभारी प्रो. एस. के. गुप्ता समेत अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
सीएचएस गर्ल्स स्कूल में प्रार्थना कक्ष एवं कक्षाओं का उद्घाटन
दूसरे कार्यक्रम में कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल, कोल्हुआ में नवनिर्मित प्रार्थना कक्ष एवं नई कक्षाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने कहा कि बालिका शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि लड़कियों की शिक्षा एक शिक्षित परिवार व समाज की नींव रखती है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास में वहां की प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था का सशक्त होना बेहद ज़रूरी है। प्रो. भटनागर ने कहा कि स्कूल के शिक्षक एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं, क्योंकि बेहतर स्कूली शिक्षा ही एक उन्नत व विकसित भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल बोर्ड काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बालिका शिक्षा पर विशेष ज़ोर दिया गया है और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले स्कूल भी इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल एवं सेन्ट्रल हिन्दू बॉयज स्कूल की प्रधानाचार्या, शिक्षक, छात्र, विद्यालय एवं विश्वविद्यालय के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।