आईआईटी जिमखाना ग्राउंड में तिरंगे के नीचे भोजपुरी गाने के नृत्य पर जांच कमेटी गठित, निदेशक बोले रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई
मंगलवार को मामले का संज्ञान आईआईटी बीएचयू के निर्देश प्रमोद कुमार ने लिया और जांच छात्र अनुशासन व दंड कमेटी के चेयरमैन डीन स्टूडेंट अफेयर्स को ट्रांसफर कर दी. संस्थान का कहना है की जांच कमेटी आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
वाराणसी,भदैनी मिरर। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता दिवस पर आईआईटी (बीएचयू) के छात्रों के साथ संस्थान ने जिमखाना ग्राउंड में तिरंगा फहराया. पहले देशभक्ति के जमकर नारे लगे और फिर अतिथियों के जाने के बाद जमकर छात्रों ने मस्ती की. पहले 'मां तुझे सलाम' सहित कई देशभक्ति गानों पर नृत्य किया, उसके बाद 'लगावेलु जब तू लिपस्टिक' और 'पल-पल न माने टिंकू जिया' जैसे भोजपुरी और फिल्मी गानों पर ठुमके लगाए. इस दौरान उधर से गुजर रहे प्रोफेसर व अन्य लोगों ने इसका विरोध किया. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तरह तरह के कमेंट होने लगे. मंगलवार को मामले का संज्ञान आईआईटी बीएचयू के निर्देश प्रमोद कुमार ने लिया और जांच छात्र अनुशासन व दंड कमेटी के चेयरमैन डीन स्टूडेंट अफेयर्स को ट्रांसफर कर दी. संस्थान का कहना है की जांच कमेटी आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
NSUI ने निदेशक को भेजा पत्र
NSUI-BHU के अध्यक्ष राणा रोहित ने आईआईटी बीएचयू के निदेशक को पत्र भेजा है और कहा है कि आजादी के महोत्सव पर कैंपस में अश्लील गानों पर डांस बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम IIT-BHU के डायरेक्टर ऑफिस का घेराव करेंगे. वहीं बिड़ला हॉस्टल के शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह तो बेहद ही घृणास्पद है. हमें आईआईटीयंस से ऐसी उम्मीद नहीं थी. यदि आजकल में कोई एक्शन नहीं लिया गया तो हम लोग विरोध प्रदर्शन करेंगे.
सनातन रक्षक सेना ने भी किया विरोध
वीडियो वायरल होने के बाद सनातन रक्षक सेना ने भी अपना विरोध दर्ज करवाया है. प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा चंद्रप्रकाश सिंह और प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण पांडेय ने वक्तव्य जारी कर कहा है की हम संस्कृति, संस्कार और शिक्षा के लिए कार्य करते है. ऐसे में शिक्षा की राजधानी बीएचयू में स्थित देश के टॉप आईआईटी संस्थानों में शुमार आईआईटी बीएचयू के छात्र ऐसा करेंगे उम्मीद नही है. यह अशोभनीय और अक्षम्य है. भोजपुरी और फिल्मी गानों पर नृत्य करना ही था तो हॉस्टल में करते जहां तिरंगा नहीं था.