वाराणसी में किशोरों से चोरी करवाने वाला सरगना पुलिस की गोली से घायल, आधी रात हुई मुठभेड़, 4 चोर भी पकड़ाए...

सारनाथ और कैंट सर्किल में चोरी की घटनाओं से त्रस्त हो चुकी पुलिस की शुक्रवार की देर रात चोरों से भिड़ंत हो गई. पिछले कई दिनों से घटना के अनावरण में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा जुटे थे.

वाराणसी में किशोरों से चोरी करवाने वाला सरगना पुलिस की गोली से घायल, आधी रात हुई मुठभेड़, 4 चोर भी पकड़ाए...

वाराणसी, भदैनी मिरर। सारनाथ और कैंट सर्किल में चोरी की घटनाओं से त्रस्त हो चुकी पुलिस की शुक्रवार की देर रात चोरों से भिड़ंत हो गई. पिछले कई दिनों से घटना के अनावरण में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा जुटे थे. लालपुर और शिवपुर इंस्पेक्टर रात करीब 1 बजे  क्षेत्र में चक्रमण कर रहे थे, इसी दौरान बंद घरों में किशोरों से चोरी कराने वाला लालपुर क्षेत्र के शातिर अपराधी विकास उर्फ गोलू की लोकेशन मिली. लोकेशन मिलते ही लालपुर और शिवपुर पुलिस ने घेराबंदी की तो शातिर बदमाश भागने लगा. चोर विकास उर्फ गोलू फायरिंग करते हुए भागने लगा. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने 4-5 राउंड गोलियां चलाई. जो गोलू के बाएं पैर में जा लगी. पुलिस ने घायल को दीनदयाल अस्पताल में भर्ती करवाया. मौके से घेरकर चार चोरों को भी पकड़ा.

जानकारी के अनुसार रात करीब 1 बजे बाइक सवार चोरों के क्षेत्र में होने की लोकेशन मिली. जिसके बाद एडीसीपी वरुणा जोन सरवनन टी. को जानकारी दी गई. जिसके बाद टीम मौके पर रवाना की गई और जोन की पुलिस को अलर्ट किया गया. लालपुर और शिवपुर पुलिस टीम ने घेरेबंदी कर चेकिंग करनी शुरु की, तभी दो बाइक से पांच सवार आते दिखाई दिए. पुलिस टीम ने उन्हें रोका तो एक ने बाइक भगाते हुए पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया. इसके बाद पुलिस ने भी पीछा किया और फायरिंग में विकास के बाएं पैर में गोली लगी और घायल होकर गिर पड़ा.
बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस टीम ने शातिर अपराधी के साथ चार सहयोगी किशोरों को भी गिरफ्तार किया है. चारों सहयोगी विकास के साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस टीम सभी को लालपुर थाने लाकर पूछताछ कर रही है. आरोपी के पास पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुए हैं.

गोलू चलाता है अपना अलग गिरोह

जानकारी के अनुसार पुलिस की गोली से घायल विकास उर्फ गोलू अपना अलग गिरोह चलाता था. जिसका सरगना वह खुद है. विकास अपने गिरोह में किशोरों को भर्ती करता है. उन्हें चोरी करने की पूरी ट्रेनिंग देता है. इस गिरोह के टारगेट पर बंद मकान और फ्लैट होते है. यह गिरोह उस मकान और फ्लैट के आसपास मूवमेंट करते है और फिर रेकी के बाद घर में घुस जाते है. यह गिरोह चोरी के सामान को घर से बाहर फेंक देते है और बाहर खड़े साथी उस समान को लेकर भाग जाते है. बाद में तय स्थान पर पहुंचकर बंटवारा कर लेते हैं. इसके अलावा वह सुनसान गलियों या कॉलोनियों की दुकान को भी निशाना बनाता है.