पूर्व मिस इंडिया और फ़िल्म अभिनेत्री ईशा गुप्ता पहुंची वाराणसी, 7 तस्वीरों में देखें अपना घर आश्रम में उनकी सेवा...

पूर्व मिस इंडिया (Former Miss India) और फिल्म अभिनेत्री (film Actress) ईशा गुप्ता (Isha Gupta) गुरुवार को वाराणसी (Varanasi) पहुंची।

पूर्व मिस इंडिया और फ़िल्म अभिनेत्री ईशा गुप्ता पहुंची वाराणसी, 7 तस्वीरों में देखें अपना घर आश्रम में उनकी सेवा...
सामनेघाट स्थित गढ़वा घाट अपना घर आश्रम में ईशा गुप्ता

वाराणसी,भदैनी मिरर। करीब सात साल बाद वाराणसी पहुंची पूर्व मिस इंडिया इंटरनेशनल और अभिनेत्री जन्नत -2 फिल्म की अदाकारा ईशा गुप्ता दूसरी बार गुरुवार को वाराणसी पहुंची। इस दौरान वह सामनेघाट स्थित सामाजिक संस्था "अपना घर " आश्रम में आश्रितों को अपने हाथ से भोजन कराते हुए दिखी। ईशा गुप्ता पूरी तरह सामाजिक और धार्मिक रुप में दिखी। आश्रम के लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया तो काशी के विकास की इंफ्रास्ट्रक्चर पर खुशी जाहिर की। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मानसिक रूप से विक्षिप्तता सम्बन्धी कोई परेशानी है, तो 'अपना घर' आश्रम उन्ही के लिए बना है। घर का नाम भी अपनत्व से भरा हुआ है, अपने घर जैसा, यहां सबसे मिलकर काफ़ी अच्छा लगा, ऐसा वातावरण है यहाँ जैसे अपने घर में सबका ख्याल रखा जाता है। काशी में आकर मुझे कॉफी अच्छा लगा। ये एक ऐसी जगह है जहाँ से लोगों को पूरी दुनिया में घूमकर आने के बाद एक यही आकर सुकून मिलेगा।

 असहायों के लिए बना था आश्रम

सामने घाट से गढ़वा घाट मार्ग स्थित मलहिया में अपना घर आश्रम की स्थापना अक्टूबर 2018 में की गई थी। अपना घर आश्रम में वाराणसी की सड़कों, घाटों, धार्मिक स्थलों और रेलवे स्टेशनों से आश्रयहीन, असहाय, लावारिस, पीड़ित, विक्षिप्त, संक्रमित, शोषित, परित्यक्त, बीमार, निशक्तजन लोगों को लाकर रखा जाता है। फिर उन्हें नि:शुल्क आश्रय, चिकित्सा, भोजन, कपड़ा और सुरक्षा आदि सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। आश्रम में रहने वालों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दवाओं के साथ ही उन्हें मनोवैज्ञानिक क्रियाकलापों में भी व्यस्त रखा जाता है। 

आश्रितों को कहते है 'प्रभुजी'

आश्रम के निरंजन कुमार ने बताया कि अपना घर में आकर रहने वालों को प्रभुजी कह कर संबोधित किया जाता है। उन्हें घर का माहौल देने के लिए समय-समय पर भजन-कीर्तन, गीत-संगीत के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अभी तक आश्रम के 'अपनों से मिलन' अभियान के तहत अपना घर संस्था द्वारा 144 प्रभुजी को उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है। 
अपना घर आश्रम एक गैरसरकारी संस्था है और उदार, सहृदय व करुणावान व्यक्तियों के सहयोग पर निर्भर है।