सावन माह में मैदागिन से गोदौलिया के बीच नो व्हीकल जोन, वृद्ध और दिव्यांगों के लिए मुफ्त ई-रिक्शा का संचालन- कमिश्नर 

इस बार श्रावण मास 22 जुलाई से होकर 19 अगस्त तक होगा जिसमें पांच सोमवार पड़ रहे हैं जिससे दर्शनार्थियों की बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है, ऐसे में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास की तैयारियों के संबंध में बैठक की गई.

सावन माह में मैदागिन से गोदौलिया के बीच नो व्हीकल जोन, वृद्ध और दिव्यांगों के लिए मुफ्त ई-रिक्शा का संचालन- कमिश्नर 

वाराणसी, भदैनी मिरर। इस बार श्रावण मास 22 जुलाई से होकर 19 अगस्त तक होगा जिसमें पांच सोमवार पड़ रहे हैं जिससे दर्शनार्थियों की बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है, ऐसे में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास की तैयारियों के संबंध में बैठक की गई, इस दौरान प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों को पीपीटी के माध्यम से अधिकारियों के समक्ष रखा गया. 

बैठक में पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षा के सभी प्रबंध करने और गर्भ-गृह के पास पुराने पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने को निर्देशित किया. मंदिर प्रशासन द्वारा दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए कई जगहों पर लाइव दर्शन, खोया पाया केंद्र जिसमें बहुभाषी कर्मियों की भी व्यवस्था और मौदगिन से गोदौलिया के बीच पूरे सावन माह नो व्हीकल जोन बनाते हुए वृद्ध, अशक्त, दिव्यांग और अति विशिष्ट लोगों के लिए मुफ्त ई-रिक्शा का संचालन किया जायेगा. संपूर्ण धाम क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाओं पर बारीकी से नजर रखी जा सके.

मंडलायुक्त द्वारा पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत सभी लगे सीसीटीवी को चेक करते हुए बचे जगहों पर भी कैमरे लगाने को निर्देशित किया गया. उन्होंने सड़क पर भीड़ को कम करते हुए अंदर बैरिकेड्स को जिग-जैग करने और शेड लगाने को भी निर्देशित किया. घाट पर लगी फ्लड लाइट को और बढ़ाने को निर्देशित किया, जिससे कोई भी क्षेत्र अंधेरे में नहीं रहने पाये. मंडलायुक्त ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम और गलियों में भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम, नगर निगम को सीवरेज चेकिंग और सफाई के उचित प्रबंध करने को निर्देशित किया. 

उन्होंने परिक्षेत्र के दुकानदारों के साथ भी बैठक करने को निर्देशित किया गया, जिससे उचित व्यवस्था बनाने में उनकी मदद ली जा सके. स्वास्थ्य विभाग को भी पूरे परिक्षेत्र में डॉक्टरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चत करने को निर्देशित किया गया ताकि दर्शनार्थियों को जरूरत पड़ने पर ससमय उचित चिकित्सा मुहैया की जा सके. मंदिर प्रशासन को ड्यूटी में लगे सभी स्टाफ के खाने-पीने और जलपान के उचित प्रबंध करने को भी भी कहा गया. मंडलायुक्त द्वारा दर्शनार्थियों के लिए शौचालय, पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया. उन्होंने घाटों पर लगे सभी जेटी को ठीक करने को भी निर्देशित किया.

दैनिक दर्शनार्थियों में कुछ दर्शनार्थियों द्वारा अक्सर शिकायत की जा रही है की कतिपय स्थानीय नेमी द्वारा दर्शन के दौरान धक्का-मुक्की / अव्यवस्था की जाती है, जिससे नेमी दर्शनार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसको ध्यान में रखते हुए धाम में अनुशासन बनाये जाने, सभी से लाइन में लगकर अनुशासित होकर दर्शन करने की अपेक्षा की गयी. अन्यथा ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए नोटिस जारी किया जाएगा और पुनः अव्यवस्था फैलाने पर उनको आम दर्शनार्थियों के मार्फत दर्शन करना पड़ेगा. 

काशीवासीयों के लिए एक नवीन मार्ग काशी द्वार नंदुफारिया मार्ग से प्रातः व सायं 4 से 5 बजे तक खोलने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई, जिसको शुरूआत में नेमी दर्शनार्थियों के लिए खोला जायेगा. इसके बाद व्यवस्था सुदृढ़ होने के बाद आम काशीवासीयों के लिए खोला जायेगा.

बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट एस चिनप्पा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा, सीएमओ, अपर नगर आयुक्त, मंदिर प्रशासन और पुलिस विभाग से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.