BHU और आईआईटी के बीच दीवार के खिलाफ उतरा छात्रों का हुजूम, पुलिस की 5 टीमें आरोपियों के तलाश में जुटी...

आईआईटी और बीएचयू के बीच बाउंड्री वॉल का प्रस्ताव छात्रों को रास नहीं आ रहा है. हजारों की संख्या में सड़कों पर उतरे छात्रों ने अपनी ताकत दिखा दी है. उधर आईआईटी बीएचयू की छात्रा से अश्लील हरकत करने वालो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें लगाई गई है.

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू आईआईटी में छात्रा के कपड़े उतरवाकर अश्लीलता करने के बाद सुरक्षा को लेकर बाउंड्री वॉल बनवाने की कोशिश के खिलाफ सोमवार को छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर हजारों की संख्या पर कैंपस स्थित विश्वनाथ मंदिर पर इकट्ठा हुए. जहां केवल विवि की छात्र-छात्राएं ही नहीं बल्कि पूर्व प्रोफेसर और कर्मचारी भी शामिल हुए. 

जुलूस के शक्ल में पहुंचे मालवीय भवन

भारी विरोध के चलते बीएचयू-आईआईटी प्रशासन ने रविवार को संयुक्त बैठक कर बाउंडी वॉल के प्रस्ताव को सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त न मानते हुए बैकफुट पर आ गई थी, लेकिन भविष्य में ऐसा कोई सोचे भी न इसके लिए प्रस्तावित कार्यक्रम संपादित किया गया. हम_बीएचयू_के_लोग बैनर तले इक्कठा हुए छात्र छात्राओं ने बीएचयू के झंडे के साथ 'महामना की भावना, सद्भावना-सद्भावना" सहित हाथों में तख्ती लेकर शक्ल के रूप में विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन की ओर आगे बढ़े. बच्चों के आक्रोश और भीड़ के सामने बीएचयू के सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक की भुमिका में रहे.

पांच टीमें दे रही दबिश

आईआईटी-बीएचयू की छात्रा के साथ रात के अंधेरे में हुई अश्लील हरकत में शामिल तीन आरोपियों की शिनाख्त अब तक पुलिस नहीं कर पाई है. डीसीपी काशी जोन आर.एस. गौतम ने बताया की घटना के अनावरण हेतु क्राइम ब्रांच, सर्विलांस टीम के साथ पांच पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों की शिनाख्त और गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है. जल्द ही आरोपी पुलिस के गिरफ्त में होंगे. पुलिस द्वारा पीड़िता के बयान बदलवाने के आरोप को खारिज करते हुए डीसीपी ने कहा की पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर ही कार्रवाई हो रही है. 

विश्वनाथ मंदिर के पास 10 बिंदुओं पर बनी सहमति 

1-परिसर में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

2-परिसर में महिलाओं से दुर्व्यवहार के दोषियों पर कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित हो।

3-परिसर में प्रत्येक स्थान पर सीसीटीवी कैमरे और प्रकाश की व्यवस्था पर्याप्त सुनिश्चित हो।

4-बाउंड्री वाल के विषय पर जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय स्पष्टीकरण दें कि बाउंड्री नही बनेगी।

5-बाउंड्री वाल की घोषणा पर जिला प्रशासन माफी माँगे।

6-आईआईटी बीएचयू को बीएचयू के प्रशासनिक नियंत्रण में लाया जाए।अन्य संस्थानों के संदर्भ में भी यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी प्रकार का पृथक्करण की स्थिति भविष्य में न उपस्थित हो।

7-रात्रि दस बजे के बाद बाहरियों का प्रवेश सीमित किया जाए।अस्पताल से आगे बिना उपयुक्त कारण के वे न जा पाए ।

8-महिला सुरक्षा के लिए एक अलग महिला सुरक्षाधिकारी प्राक्टोरियल बोर्ड में 24×7 उपलब्ध रहे।

9-महिला विषयक समिति को सक्रिय किया जाए और यह स्वतः संज्ञान लेकर भी मामलों को निष्पादित करे।

10-परिसर के आस-पास मादक द्रव्यों और शराब ब्रिकी को नियमानुसार प्रतिबंधित किया जाए।