काशी पुराधीश्वरी माता अन्नपूर्णा का खजाना पाने को उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, पांच दिन खुले रहेंगे पट...
धनतेरस तिथि से युक्त शुक्रवार दोपहर को माता अन्नपूर्णा का स्वर्ण प्रतिमा कक्ष का द्वार खुला.
वाराणसी, भदैनी मिरर। धनतेरस तिथि से युक्त शुक्रवार दोपहर को माता अन्नपूर्णा का स्वर्ण प्रतिमा कक्ष का द्वार खुला. मंदिर के छोटे से कमरे में विराजमान देवी की सुनहरी छवि को हर कोई नजर भर कर देख लेना चाह रहा है. भीड़ का दबाव इतना कि स्वर्ण अन्नपूर्णा की एक झलक ही मिल पा रही है. माता के दरबार में दर्शन और खजाने की चाहत में आस्थावानों का सैलाब उमड़ पड़ा था। महंत शंकर पुरी ने खजाना वितरित किया। अन्नकूट तक भक्तों के लिए पट खुलने से पहले उन्होंने माता के स्वर्ण विग्रह और खजाने का विधि पूर्वक पूजन किया.
पांच दिन होंगे दर्शन
काशी पुराधीश्वरी माता अन्नपूर्णा ने धनत्रयोदशी को अपने आशीर्वाद का खजाना खोल दिया। दर्शन के लिए भारी संख्या में नर-नारी, बाल-वृद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के पार्श्व में स्थित अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचे। दर्शन का क्रम अन्नकूट महोत्सव, 14 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान मंदिर परिसर और आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
गुरुवार सुबह से ही कतारबद्ध हो गये थे भक्त
सैकड़ों लोग गुरुवार सुबह से ही कतारों में लग गए थे। सूरज चढ़ते वक्त गोदौलिया से बांसफाटक होते हुए ज्ञानवापी तक दर्शनार्थियों से पट चुका था।
महंत ने किया मां का शृंगार
महंत शंकर पुरी ने पांच ब्राह्मणों के आचार्यत्व में एक घंटे तक सविधि शृंगार कर पूजन किया। आरती के बाद दोपहर एक बजे आम भक्तों के लिए पट खोल दिया गया। महंत जी ने अपने हाथों से भक्तों को लावा व खजाना दिया।
भीड़ नियंत्रण करने में पुलिसकर्मियों के छुटे पसीने
श्री काशी विश्वनाथ धाम के समीप स्थित देवी अन्नपूर्णा मंदिर में स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन-पूजन व खजाना लेने पहुंची भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक़्क़त करनी पड़ी। देवी के दर्शन के लिए लोग भोर से ही लाइन में लग गए थे। काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर एक ढुंढीराज द्वार पर भीड़ काफी बढ़ गई। लोग धक्कामुक्की करने लगे। लाउडस्पीकर के जरिए संबोधित कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।