वाराणसी में 25 राउंड की गिनती पूरी, कांग्रेस बोली- हमारी नैतिक जीत हो गई...
लोकसभा चुनाव परिणाम का उत्तर प्रदेश से जो रुझान आ रहा है, उसमें साईकिल मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है. पीएम मोदी के कई मंत्री संघर्ष करते हुए दिखाई दे रहे है. कई प्रतिष्ठित चेहरे की प्रतिष्ठा दाव पर फंस गई है. इस बार मतदाताओं ने बीजेपी के दावे के मुताबिक उन पर प्यार नहीं लुटाया है. इसका साफ असर वाराणसी सीट पर ही दिख रहा है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। लोकसभा चुनाव परिणाम का उत्तर प्रदेश से जो रुझान आ रहा है, उसमें साईकिल मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है. पीएम मोदी के कई मंत्री संघर्ष करते हुए दिखाई दे रहे है. कई प्रतिष्ठित चेहरे की प्रतिष्ठा दाव पर फंस गई है. इस बार मतदाताओं ने बीजेपी के दावे के मुताबिक उन पर प्यार नहीं लुटाया है. इसका साफ असर वाराणसी सीट पर ही दिख रहा है. 25 राउंड की गणना समाप्त होने के बाद नरेंद्र मोदी को 557489 वोट और अजय राय को 412362 वोट मिला है. बीजेपी 145127 वोटों से आगे है.
भले ही इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय दूसरे नंबर पर रहे हो, लेकिन पार्टी को एक बार पुनःविचार करने का वक्त आ गया है. परिणाम की घोषणा होने से पहले ही कांग्रेस ने अपना वक्तव्य जारी कर दिया है. इंडी गठबंधन प्रत्याशी अजय राय के चुनावी मीडिया प्रबन्धन प्रभारीद्वय राजीव गांधी स्टडी सर्कल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो.सतीश राय और वाराणसी छावनी बोर्ड पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ने कहा है कि वाराणसी लोकसभा के चुनाव परिणाम का अंतिम निर्णय शाम तक जो भी आए लेकिन उ. प्र. काग्रेस अध्यक्ष अजय राय की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध नैतिक जीत हो चुकी है. सारे देश में भाजपा की 400+ जीत के दंभ नायक नरेन्द्र मोदी को बनारस में सतही जीत के लिये भी जिस तरह नाकों चने चबाने पड़ हैं, वह अजय राय की हार में भी जीत होगी.
दोनों कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि वाराणसी में प्रधानमंत्री के पद एवं धन वैभव की धौंस, प्रचार में बड़े स्तर पर प्रशासनिक पक्षपात तथा सत्ता एवं धनतंत्र के खिलाफ इंडी गठबंधन दलों एवं जनता की शक्ति के सहारे अजय राय ने शानदार चुनावी प्रदर्शन किया है. उसे उनकी नैतिक जीत कहा जायेगा. जिस तरह बिना संसाधन के वह संसाधनों के पहाड़ से चुनाव लड़े, उससे अजय राय इस बार चुनाव में काशी के असल जननायक के रूप में उभरे हैं.