बिहार के डिप्टी CM का वाराणसी में विवादित बयान, बोले- एक जंगलराज तो दूसरा भ्रष्टाचारी के युवराज
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा एकादशी के पर्व पर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने वाराणसी पहुंचे. उन्होंने इस दौरान मीडिया से बातचीत की.
वाराणसी, भदैनी मिरर। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा एकादशी के पर्व पर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने वाराणसी पहुंचे. उन्होंने इस दौरान मीडिया से बातचीत की. कहा कि यहां का सकारात्मक ऊर्जा पूरे देश को ऊर्जावान बनाता है. मानवता के प्रति सम्मान और समर्पण और सेवा का भाव इस धरती से मिलता है.
राहुल और तेजस्वी पर दिया विवादित बयान
इसके बाद उन्होंने तेजस्वी यादव के भाजपा के समाने नीतीश कुमार के घुटने टेकने के सवाल पर विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए है. एक राजद के जंगलराज के युवराज है तो दूसरे भ्रष्टाचारी के युवराज है. दोनों का कैरेक्टर और चरित्र एक समान है. ये चार्टर्ड विमान पर बर्थडे मनाने वाले लोग है. इनके पिता जी अपने पुत्रों के भविष्य संवारने के लिए कितने बेचारे पाप किए, जनता की गाढ़ी कमाई लूट लिए, जानवरों का चारा तक खा गए और उस संपत्ति का यह कैसे दुरुपयोग कर रहे है, यह पूरा देश देख रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने बिना नाम लिए तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके पिता जी बेटा को पढ़ाने का प्रयास किए लेकिन 9वीं भी पास नही करवा सके और अब उपदेश बांटते चल रहे है, ज्ञान बांटते चल रहे है. जो खुद का ज्ञान नही बढ़ा सका वह समाज को ज्ञान दे रहा है. उसके बाद वह खिलाड़ी बनने चले थे वहां भी फेल हो गए, सदन में खेला खेलने चले थे वहां भी झमेला में पड़ गए. यह अपने क्षेत्र में असफल व्यक्ति है, इन पर जनता को विश्वास नहीं है.
किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं
वक्फ बोर्ड को लेकर विपक्षी नेताओं की चिंता के सवाल पर कहा कि जब तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है तब तक किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. "सबका-साथ,सबका-विकास" होगा. अपने सांस्कृतिक विरासत का सम्मान होगा और अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति का उत्थान और कल्याण होगा.
जातीय जनगणना के नाम पर सत्ता पाना चाहते है
स्टेट को अपना अलग-अलग अधिकार है. वह लोग जातीय गणना करवा रहे है और उसको लेकर अपनी नीति भी बना रहे है. बिहार में बीजेपी हमेशा से सपोर्ट में रही है. अंतिम व्यक्ति का उत्थान हमारा ध्येय है लेकिन जो जातीय जनगणना के नाम पर सत्ता तक पहुंचना चाहते है, उन्माद पैदा करके समाज को लड़ाना चाहते है वह गरीबों का हितैषी कभी नही हो सकता.