प्रदेश में Varanasi अव्वल: लोक अदालत में प्रदेश का सबसे ज्यादा वाद हुआ निस्तारित, DM बोले बचता है समय और धन

प्रदेश में Varanasi अव्वल: लोक अदालत में प्रदेश का सबसे ज्यादा  वाद हुआ निस्तारित, DM बोले बचता है समय और धन

वाराणसी,भदैनी मिरर। वाद निस्तारण के लिए समय-समय पर आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के क्रियान्वयन में वाराणसी प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा। इसके पूर्व हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में भी उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर रहा और इसमें भी वाराणसी प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इसके लिए मजिस्ट्रेटों व अभियोजन अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि लोक अदालत से निस्तारित उभय पक्षों के साथ सुलह-समझौता के आधार पर होता है। इससे वादी-प्रतिवादी दोनों को संतुष्टि मिलती है और समय व धन की भी बचत होती है। 

उन्होंने बताया की बीते 11 सितंबर को आयोजित राष्ट्रपति लोक अदालत में जनपद वाराणसी में कुल 16528 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें दीवानी के कुल 323, पारिवारिक वाद 73, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति के 30 वाद में बीमा कंपनी से पीड़ित पक्षकारों को 1,87,26137/- रुपए की धनराशि दिलाई गई। 

11 सितंबर को संपन्न हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश डॉ अजय कृष्ण विश्वेश और जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के नेतृत्व में मजिस्ट्रेटो, प्रॉसिक्यूटिंग अधिकारियों ने प्रभावी रूप से वादों में उभय पक्षों में आपसी सुलह-समझौता के आधार पर बड़े पैमाने पर निस्तारण कराया।  

फौजदारी के 4189 मामलो, जिसमें अर्थदंड के रूप में 10,80,325 रुपए वसूल किया गया। एनआई एक्ट के 29 वादों का निस्तारण किया गया। कामर्शियल कोर्ट द्वारा 24 वाद निस्तारित किया गया। बैंकों के प्रीलिटिगेशन स्तर के 2424 मामलों का निस्तारण हुआ, जिसमें 9,76,65,552 रूपये धनराशि की वसूली के लिए समझौता हुआ था। 

मिशन शक्ति के क्रियान्वयन में वाराणसी पहले स्थान पर-
बीएसएनएल, वाराणसी द्वारा 165 वादों में 4,24,974 रुपये का समझौता किया गया था। प्रशासन एवं अन्य विभागों द्वारा कुल 9271 वादों का निस्तारण करते हुए 9,80,69,752 रुपए की वसूली की गई थी। वहीं मिशन शक्ति के तीसरे चरण में भी सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। 21 अगस्त से शुरू हुए तीसरे चरण में अब तक महिलाओं पर एवं बाल अपराध में लिप्त अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई है, इसमे भी वाराणसी प्रथम स्थान पर है।