कांग्रेस का औरंगाबाद किला हिला: बोले पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी कांग्रेस में कार्य करना अब मुश्किल, नहीं लड़ूंगा 2022 का चुनाव

कांग्रेस का औरंगाबाद किला हिला:  बोले पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी कांग्रेस में कार्य करना अब मुश्किल, नहीं लड़ूंगा 2022 का चुनाव

वाराणसी,भदैनी मिरर। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर सुर्खियों में आये पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र और मड़िहान के पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने फिलहाल किसी भी दल में शामिल होने के इनकार किया है। साथ ही 2022 का चुनाव भी न लड़ने की घोषणा की है। वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान से पूर्वांचल में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इस सम्बंध में गुरुवार को आयोजित एक पत्रकारवार्ता के दौरान ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि पीढ़ियों से जो लोग कांग्रेस के साथ जुड़े थे, आज उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। उन उपेक्षित लोगों की लड़ाई न लड़ पाने के कारण वह इस्तीफा दे रहे हैं। जो परिवर्तन अब कांग्रेस में आया है उसके साथ पार्टी में रह पाना उन्हें संभव नहीं लग पा रहा था। इसी वजह से वह कांग्रेस से अलग हो रहे हैं।

प्रियंका और राहुल को दिया धन्यवाद

बता दें कि वर्ष 2012 में मिर्जापुर की मड़िहान विधानसभा से विधायक चुने गए ललितेशपति त्रिपाठी ने कांग्रेस का  साथ भले ही छोड़ दिया लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में देश की राजनीति में कांग्रेस ही एक ठोस विकल्प बनेगी। उन्होंने कहा कि हमने राजनीति में कांग्रेस की विचारधारा के अलावा कुछ और देखा-समझा ही नहीं है। इस देश की आत्मा में कांग्रेस है।

उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने हमें कांग्रेस में प्रदेश और देश में बड़ी जिम्मेदारी दी। व्यक्तिगत संबंध जैसे थे वैसे ही रहेंगे। हमने जो निर्णय ले लिया है अब उसे वापस नहीं ले सकते।

किसी दल में नही हो रहे शामिल

ललितेशपति त्रिपाठी के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल किसी अन्य दल में नहीं जा रहा हूं और इस संबंध में कहीं किसी से कोई बात भी नहीं हुई है। अभी अपने समर्थकों और साथियों के साथ बातचीत करूंगा। उनकी राय के आधार पर अपने राजनीतिक भविष्य के संबंध में निर्णय लूंगा। अगर साथी और समर्थक कहेंगे कि 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना है तो नहीं लड़ूंगा। जिस दिन किसी और दल में शामिल होऊंगा उस दिन सबसे पहले इसकी जानकारी वाराणसी में ही सार्वजनिक करूंगा।