जेल भेजे गए धरानारत किसानों से मिलने पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, बोले- बिना मुआवजा जमीन छीनकर उनका परिवार उजाड़ना चाहती है सरकार...
पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरूद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानो को शासन के दबाव में जेल भेजा गया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरूद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानो को शासन के दबाव में जेल भेजा गया है. मंगलवार (23 अप्रैल) को उन किसानों से प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अजय राय जिला कारागर पहुंचकर मुलाकात की. अजय राय ने किसानों की मांगों को जायज करार देते हुए उनके साथ खड़े रहने व हर लड़ाई लड़ने हेतु आश्वस्त किया.
मीडिया से बातचीत में कहा कि वाराणसी में बिना मुआवजा किसानों का जमीन छीन कर हमारे किसान भाइयों के परिवार को पीएम नरेंद्र मोदी उजाड़ने का कार्य कर रहे है. सही मायने में जिस जमीन से किसानों की गृहस्थी है, घर परिवार चल रहा भरण-पोषण हो रहा है अगर वह जमीन बिना मुआवजे के चली गयी तो निश्चित रूप से परिवार उजड़ जाएगा. हमारे किसान भाई अपने उपजाऊ जमीन के मुआवजे की मांग के खातिर आंदोलनरत है, पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरूद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानो को शासन के दबाव में जेल भेजा गया.
अजय राय ने इसे निंदनीय बताते हुए कहा कि किसानों के प्रति बीजेपी का यह संवेदनहीन रवैया कोई नया है बीते 10 वर्षों से किसानों पर जुल्म सितम हो रहे है. पिंडरा तहसील पर हमारे किसान भाई काशी द्वार में सरकार जो जमीन ले रही है उसका मुआवजा मांग रहे है, पर किसान विरोधी मोदी सरकार मुआवजा के बदले जेल भेजना उचित समझा. उसी जमीन से किसान अपना जीवन यापन करते है. दावा किया कि हमारी सरकार बनती है तो इस योजना को तत्काल बंद करेंगे. जिला कारागार पर मिलने वालों में अजय राय के साथ राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेन्द्र चौबे, फ़साहत हुसैन बाबू, दिलीप चौबे, राजीव राम, हसन मेंहदी कब्बन समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे.