बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़: दस आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने बरामद किए 3 बच्चे, निःसंतानों को 2-5 लाख में करते थे सौदा...

पुलिस ने बच्चों का अपहरण करके बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है।

बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़: दस आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने बरामद किए 3 बच्चे, निःसंतानों को 2-5 लाख में करते थे सौदा...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस ने बच्चों का अपहरण करके बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। चोर गैंग की तीन महिलाओं समेत दस और सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि बच्चों के अपहरण व उन्हें बेचने वाले गिरोह के तार बिहार, राजस्थान व झारखंड से जुड़े हैं। ये लोग बच्चों को नि:संतान दंपतियों के हाथों बेचते थे। इसके बदले में दो से दस लाख रुपये तक वसूले जाते थे। गौरतलब है कि पिछले 14 मई की देर रात भेलूपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्र शुक्ल संस्थान के पास सड़क के किनारे सो रहे दम्पति संजय कुमार व उनकी पत्नी मानवी के पास से उनके दो साल के बच्चे का गिरोह ने अपहरण कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के शिवदासपुर के सिंदूरिया पोखरे के संतोष गुप्ता को गिरफ्तार कर उस बच्चे की बरामदगी की थी। इसी के साथ इस बात का खुलासा हुआ था कि संतोष अंतरराज्यीय गिरोह से सम्बंद्ध है। गिरोह अबतक विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक बच्चों को चुराकर बेच चुका है।

इस खुलासे के बाद से पुलिस संतोष की निशानदेही पर छापे मार रही थी। इस दौरान तीन महिलाओं समेत दस लोग पकड़े गये। मंगलवार को पुलिस ने दस और लोगों को गिरफ्तारी के साथ तीन बच्चों की बरामदगी कर खुलासा किया। 

रेकी करने के बाद देते थे वारदात को अंजाम

गिरोह पहले रेकी करता है और फिर बच्चों को चुराकर निःसंतान दंपतियों को मुंहमांगी कीमत पर बेच देता है। गिरोह ने इससे पहले नदेसर में सड़क के किनारे से दो साल के बच्चे, नगवां स्थित एक मकान से पांच माह की बच्ची और चौकाघाट से एक बच्ची का अपहरण किया था। इसके अलावा प्रयागराज के अलोपीबाग स्थित ओवरब्रिज के नीचे से एक बच्चा और मिर्जापुर के विंध्याचल स्टेशन के समीप से एक लड़का व लड़की का अपहरण किया था।

झारखण्ड गिरोह को सौंप दिया था बच्चा

एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने मीडिया को बताया कि, पूछताछ में आरोपियों में जानकरी दी कि, अपहृत बच्चों में से दो को उसके गिरोह ने जयपुर में मनीष जैन, पारस, घनश्याम और जगदीप बरनवाल को बेचा था। अन्य पांच बच्चों को झारखंड के गिरोह को सौंप दिया था। संतोष ने पुलिस को यह भी बताया था कि दो साल तक के बच्चों की निःसंतान दम्पतियों में ज्यादा डिमांड है। बच्चा जितना सुंदर होगा कीमत उतनी अच्छी मिलती है। गरीब परिवार गिरोह के निशाने पर होते हैं। इस खुलासे में सर्विलांस, काइम ब्रांच, लंका, कैण्ट व भेलूपुर की भूमिका रही। पुलिस कमिश्नर ने पुलिस टीम को एक लाख रूपये पुरस्कार की घोषणा की है।

गिरफ्तार करने वाली टीम

सर्विलांस / क्राइम ब्रांच टीम

निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय प्रभारी सर्विलांस सेल क्राइम ब्रान्च, उनि मनीष मिश्रा, स्वाट प्रभारी क्राइम ब्रान्च, मुआ ज्ञानेन्द्र सर्विलांस सेल क्राइम ब्रान्च, मुआ संतोष कुमार यादव सर्विलांस सेल क्राइम ब्रान्च, का. प्रेम पंकज सर्विलांस सेल क्राइम ब्रान्च, मुआ चंद्रभान यादव क्राइम ब्रान्च।


थाना लंका, कैण्ट, भेलूपुर पुलिस टीम

निरीक्षक रमाकान्त दुबे प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर, निरीक्षक  प्रभुकान्त प्रभारी निरीक्षक कैण्ट, निरीक्षक अश्वनी पाण्डेय प्रभारी लंका, उ.नि. आनंद चैरसिया चौकी प्रभारी दुर्गाकुंड भेलूपुर, उप निरीक्षक नीरज कुमार ओझा चौकी प्रभारी महमूरगंज भेलूपुर, उनि शिवानंद सिसौदिया चौकी प्रभारी नदेसर कैंट, उनि हरिओम सिंह कैंट, उनि मिथिलेश कुमार चौकी प्रभारी नगवा लंका, उनि. मनोज कुमार राजपूत भेलूपुर, उनि उत्कर्ष चतुर्वेदी भेलूपुर, उनि. शिवम श्रीवास्तव भेलूपुर, उनि श्रीप्रकाश सिंह चौकी प्रभारी रेवडी तालाब भेलूपुर, उनि प्रभाकर सिंह चौकी प्रभारी बजरडीहा भेलूपुर, का सचिन मिश्रा थाना कैंट, का प्रेम शंकर पटेल कैंट, का विपिन यादव भेलूपुर, का कपिल देव मौर्या भेलूपुर, का हरिओम थाना भेलूपुर, मका रानी राव भेलूपुर, का सुमित शाही भेलूपुर, का सचिन सिंह भेलूपुर, का विपिन यादव भेलूपुर, का रवि यादव लंका, मका दीपिका भेलूपुर, व मका नीलम गोड़ भेलूपुर ।