नहाय-खाय के साथ शुरु हुआ सूर्योपासना का पर्व छठ, जिला प्रशासन ने पूरी की तैयारी...
सूर्योपासना के पर्व छठ के लिए व्रतियों ने नहाय-खाय के रस्म के साथ चार दिवसीय उपवास शुरू कर दिया है. इस दौरान छठ गीतों से शहर से लेकर गांव तक का माहौल गुंजायमान है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। सूर्योपासना के पर्व छठ के लिए व्रतियों ने नहाय-खाय के रस्म के साथ चार दिवसीय उपवास शुरू कर दिया है. इस दौरान छठ गीतों से शहर से लेकर गांव तक का माहौल गुंजायमान है. नहाय खाय और खरना की रस्म के बाद व्रत के तीसरे दिन यानी रविवार की शाम भगवान भास्कर के अस्ताचलगामी स्वरूप को पहला तथा सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर पारण के साथ व्रत का समापन करेंगी.
घाटो, कुंडों और सरोवरों पर सज गई वेदियां
हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ व्रत का अनुष्ठान होता है तथा कार्तिक शुक्लपक्ष सप्तमी को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य के बाद पारण की रस्म पूरा किया जाता है. वहीं भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए गंगा घाट, नदी, सूर्य सरोवरों पर वेदी सजाने का काम पूरा हो चुका है. सभी आस्थावान घाटों, कुंडों और सरोवरों पर अपनी-अपनी वेदी बनाकर पहले ही जगह ले चुके हैं. अब डाल भरने की तैयारी की जा रही. इससे पहले शुक्रवार की भोर पहर ही भगवान सूर्य की आराधना करने के बाद व्रती महिलाओं ने गंगा स्नान कर सूर्य देवता को जल अर्पित किया. ठेकुआ व भोग पकवान व फलों से डाल भर बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं पूजन अर्चन करेंगी.
घाटों पर सुरक्षा एक चुनौती
इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ा होने के कारण कमिश्नरेट पुलिस को सुरक्षा देना एक चुनौती है. इसके लिए अफसरों ने निर्देश जारी किया है की प्रत्येक घाटों पर नाव के साथ एनडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती रहेगी. इसके आलावा सादे कपड़े में महिला पुलिसकर्मियों की भारी संख्या में ड्यूटी लगाई जाएगी. इसके साथ ही सभी अफसर अपने अपने मातहतों संग लगातार घाट, कुंड, सरोवर पर चक्रमण करते रहेंगे. पुलिस कमिश्नर ने कहा की तैयारी पूरी है, सभी को अलर्ट कर दिया गया है. हर आपात स्थिति से निपटने के लिए इंतजाम कर लिया गया है. भारी संख्या में ट्रैफिक पुलिस की भी तैनाती की गई है. जो रुट डायवर्जन का पालन करवाने के साथ ही श्रद्धालुओं को घाट तक पहुंचने में सुगमता देंगे.