CM ने दिया आंदोलित किसानों के धरना समाप्त कराने का आदेश, गंगा घाटों के काम यूपीपीसीएल को देने पर मुख्यमंत्री नाराज...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना को लेकर आंदोलित पीड़ित किसानों के धरना को समाप्त कराने का आदेश. इस दौरान उन्होंने गंगा घाटों के काम यूपीपीसीएल को देने पर मुख्यमंत्री नाराज हुए.
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को वाराणसी (Varanasi) पहुंचे सर्किट हाउस सभागार में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने शहर में चल रही विकास/निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराए जाने हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।
विकास प्राधिकरण के वीसी को ट्रांसपोर्ट नगर के किसानों को वर्तमान रेट पर बचे किसानों को मुआवजा देने का आदेश दिया तथा कमिश्नर को तुरंत प्रभाव से आंदोलन खत्म कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को तुरंत प्रभाव से वरुणा नदी को साफ करने को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने अपराधियों पर विशेष रूप से अंकुश लगाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी अपराधी या माफिया ठेका न लेने पाये इसका सभी अधिकारी ध्यान रखें। उन्होंने पुलिस प्रशासन को अर्बन नक्सलियों के तरफ भी ध्यान देने की जरूरत पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने घाटों के काम यूपीपीसीएल को देने पर सख्त नाराजगी जतायी तथा कहा कि कोई भी कार्य उसी कार्यदायी संस्था को दिया जाये जो उसके अनुरूप हो और जिसके पास मैन पावर की सप्लाई सुनिश्चित हो। उन्होंने मुख्य सचिव को ओवर लोडिंग की समस्या पर तत्काल प्रभाव से एक्शन लेने व समस्या के समाधान पर कार्य करने को कहा। पुलिस विभाग को फुट पेट्रोलिंग, पीआरवी-112 पर और कार्य करने को कहा ताकि सेफ सिटी की भावना उचित हो सके। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों काशी विश्वनाथ मंदिर में हुई सुरक्षा चूक की चर्चा करते हुए सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से बात करके शहर में और कैमरे लगवाने को पर जोर देते हुए कहा कि इसे कंट्रोल रूम से लिंक करे। ताकि शहर से अवैध वसूली, अवैध टैक्सी स्टैंड इत्यादि को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम सभी से कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने पिंडरा विधायक डॉ अवधेश सिंह द्वारा उनके क्षेत्र में बनी आईटीआई की खराब गुणवत्ता पर जिलाधिकारी को जांच करके संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक के दौरान कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कि वर्तमान में शहर में केंद्र व राज्य के कुल 61 प्रोजेक्ट्स चल रहे। जिनकी की कुल लागत 10305 करोड़ रुपये है। इनमें अधिकतर के शिलान्यास हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सबसे ज्यादे काम सड़कों पर हो रहा हैं। जिसमें वाराणसी-औरंगाबाद चौड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड, शिवपुर-फुलवरिया मार्ग इत्यादि प्रमुख हैं। उन्होंने डाफी टोल प्लाजा के पास ओवरलोड ट्रकों द्वारा खराब की गयी सड़क के बारे में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी। उन्होंने शहर के अंदर 5 सड़कों के चौड़ीकरण के बारे में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी, जिसमें मोहनसराय-रोहनिया, लंका-रविंद्रपुरी आदि शामिल हैं। कमिश्नर ने बताया कि कज्जाकपुरा फ्लाइओवर प्रोजेक्ट को वर्तमान में गति देते हुए लगभग 41फीसदी काम पूरा हो चुका है जिसको की मार्च तक पूरा करा लिया जायेगा। उन्होंने एनटीपीसी द्वारा रमना में बनाये जा रहे वेस्ट टू एनर्जी प्रोजेक्ट जिसमें की ऑर्गेनिक वेस्ट से चारकोल बनाया जायेगा के बारे में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी। पंचकोशी परिक्रमा में पड़ने वाली 34 धर्मशालाओं में 28 धर्मशालाओं के पुनरुद्धार का 80 फीसदी कार्य करा लिया गया है। सारनाथ में विश्व बैंक द्वारा पोषित प्रो-पुअर टूरिज्म योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में शहर में 21 सीएनजी स्टेशन काम कर रहे तथा 9 और स्टेशन शुरू होने को हैं। मंडलायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री को सिगरा स्टेडियम के बारे में बताया गया कि फेज वन के कार्य अगस्त तक पूरा करा लिये जायेंगे तथा फेज टू व थ्री के कार्य में 22 फीसदी की प्रगति हो चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी जी-20 बैठक की तैयारियों को लेकर जानकारी ली। जिसमें जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष आगामी जी-20 के बारे में विस्तार से बताया गया की गेस्ट्स 11 जून को बनारस पहुंचेंगे। जिनका एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद रास्ते में जयपुरिया स्कूल तथा अतुलानंद तिराहे पर भी उनका स्वागत किया जायेगा तथा स्वागत के बाद होटल ताज में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और डिनर का आयोजन होगा। अगले दिन टीएफसी बैठक के बाद सभी गेस्ट्स नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। उसके बाद दशाश्वमेध घाट पर सभी मेहमान गंगा आरती देखेंगे। मेहमानों को सारनाथ में भी विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों को देखने की व्यवस्था की गयी है। जिलाधिकारी ने अप्रैल माह में आयोजित जी-20 बैठक के दौरान की गयी विभिन्न तैयारियों, साज सजावट, लाइटिंग आदि को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया। दशाश्वमेध घाट पर तैयार फ्लोटिंग जेटी के बारे में भी उन्होंने मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन पश्चात अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी कतई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने पर विशेष जोर दिया।