World Blood Donor Day : विश्व रक्तदाता दिवस पर कैंसर पीड़ितों के लिए लगा रक्तदान शिविर, 50 यूनिट ब्लड हुआ डोनेट
विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day) पर बनारसी इश्क फाउन्डेशन (Banarasi Ishq Foundation) के तत्वाधान में श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें बढ़-चढ़ कर रक्तवीरों और रक्तवीरांगनाओं ने कैंसर पीड़ित और थैलेसीमिया के मरीजों के लिए 50 यूनिट ब्लड डोनेट किया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day) पर बनारसी इश्क फाउन्डेशन (Banarasi Ishq Foundation) के तत्वाधान में श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें बढ़-चढ़ कर रक्तवीरों और रक्तवीरांगनाओं ने कैंसर पीड़ित और थैलेसीमिया के मरीजों के लिए 50 यूनिट ब्लड डोनेट किया.
इस अवसर पर, संस्था के संस्थापक रोहित कुमार साहनी ने बताया कि हमारी संस्था बनारसी इश्क फाउन्डेशन पिछले पांच सालों से सेवा कार्य कर रही है. अबतक 1800 लोगों ने संस्था के माध्यम से रक्तदान किया है.
इस कार्यक्रम का आयोजन रोहित साहनी, वेद प्रकाश गुप्ता, जयन्त अग्रवाल, अनूप गुप्ता ,विशाल मेहरा, रोहित प्रजापति, आलोक यादव, शुभम जयसवाल, आशीष यादव, अंकिता सिंह, अरुंधती जयसवाल ने किया.
जानें क्यों मनाया जाता है विश्व रक्तदान दिवस
बता दें कि, हर साल पूरे विश्व में 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day) मानया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने इस दिन को रक्तदान दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. साल 2004 में इस दिन की स्थापना इसलिए की गई थी, जिससे लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना और रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना था. इस दिन नोबल प्राइस विजेता कार्ल लैंडस्टेनर (Karl Landsteiner) का जन्मदिवस है, ये एक साइंटिस्ट थे, जिन्होंने ABO ब्लड ग्रुप सिस्टम को खोजा था. ऐसे में इनके जन्म दिवस पर विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है. इनकी खोज से पहले यह ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिना ग्रुप की जानकारी के किया जाता था. जब कार्ल लैंडस्टेनर नेइसकी खोज की तो उन्हें सन 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.