गोबर पथवाने वाले BHU के प्रोफेसर घिरे! संसद में उठी कार्रवाई की मांग, छात्रों के आर्थिक हालात सुधारने का था दावा...

गोबर पथवाने वाले BHU के प्रोफेसर घिरे! संसद में उठी कार्रवाई की मांग, छात्रों के आर्थिक हालात सुधारने का था दावा...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र इन दिनों चर्चा में है। उनका गाय की गोबर से उपली या गोहरी बनाने के वर्कशॉप का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और काफी विवाद हो रहे है। प्रोफेसर का दावा है कि इससे आर्थिक हालात सुधरेंगे, और स्वच्छता का आगाज होगा।

भारतीय जनता पार्टी की सांसद संघ मित्रा मौर्य ने इसे निंदनीय बताया और कहा कि ऐसे शिक्षक पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। BHU जैसे संस्थान में गोबर के उपले बनाना सिखाया जाएगा तो हम उच्च शिक्षा के मूल्यों को कैसे पा सकते हैं। यह व्यवहार घोर चिंतनीय है। मैं चाहती हूं कि शिक्षा के मंदिर में इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाए। संघ मित्रा ने यह बात संसद के शून्यकाल में उठाया था।

छात्रों को होगा आर्थिक लाभ

गोबर पथवाने वाले प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र ने ट्वीटर से वीडियो भी पोस्ट किया है। जिसमें वह यह कह रहे थे कि सामाजिक विज्ञान संकाय के समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र में छात्रों को गाय के गोबर की उपली या गोहरी बनाने की ट्रेनिंग के लिए वर्कशॉप संपन्न हुआ। यहां से गोबर पाथने में ट्रेंड हो चुके छात्र गांवों में जाकर ट्रेनिंग देंगे। इससे छात्रों को आर्थिक लाभ भी होगा और रोजगार भी मिलेगा। उपले बनाने में भारतीय नस्ल की गाय का गोबर प्रयोग में लाया गया है। देसी गाय के गोबर से मिलने वाले रोजगार की जानकारी दी है।

गोबर पाथने के लिए नहीं उच्च शिक्षा के लिए लिया दाखिला

सोशल मीडिया पर प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र घिर चुके है। लोगों ने लिखा है कि प्रोफेसर साहब कुलपति बनने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे है। बीएचयू में उच्च शिक्षा के लिए बच्चे दाखिला लेते है, न की गोबर पाथने की ट्रेनिंग के लिए। गोबर पाथने की ट्रेनिंग गावों से बेहतर कही और नहीं मिल सकती।