ट्रैक्टर रैली निकालने की कोशिश, पुलिस ने रोका

किसानों के समर्थन में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी समर्थन रैली निकाली। बिरला विश्वनाथ मंदिर से छात्रों का समूह विशाल तिरंगा लेकर लंका गेट की ओर बढ़ा। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात था। डाफी में तिरंगा यात्रा को पुलिस ने रोका और वापस कर दिया। डाफी से बीएचयू भारी संख्या में डीजे बजाते हुए लोग जाना चाह रहे थे।

ट्रैक्टर रैली निकालने की कोशिश, पुलिस ने रोका

वाराणसी,भदैनी मिरर। वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अर्दली बाजार स्थित पार्टी कार्यालय पर ध्वजारोहण करने के बाद प्रतिकात्मक ट्रैक्टर यात्रा निकाली। ट्रैक्टर चलाने पर जिला प्रशासन के रोक और जब्ती की कार्रवाई के कारण एक भी ट्रैक्टर  सपा कार्यालय तक नहीं पहुंच सके। ऐसे में तख्तियों पर ट्रैक्टर का चित्र बनाकर सपा कार्यकर्ता नारे लगाते हुए तहसील की ओर बढ़े। भोजूबीर के पास भारी संख्या में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। सपा कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। राजातालाब और पिंडरा तहसील पर भी सपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन करने के प्रयास को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया।


किसानों के समर्थन में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी समर्थन रैली निकाली। बिरला विश्वनाथ मंदिर से छात्रों का समूह विशाल तिरंगा लेकर लंका गेट की ओर बढ़ा। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात था। डाफी में तिरंगा यात्रा को पुलिस ने रोका और वापस कर दिया। डाफी से बीएचयू भारी संख्या में डीजे बजाते हुए लोग जाना चाह रहे थे। बड़ागांव में ट्रैक्टर पर तिरंगा यात्रा निकालने की सपा ने कोशिश की। पुलिस ने उन्हें खदेड़ा। 

वहीं 26 जनवरी को किसानों के समर्थन में अजगरा विधायक कैलाश सोनकर के नेतृत्व में सुहेलदेव समाज पार्टी द्वारा निकाली गई किसान तिरंगा यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने सारनाथ सुहेलदेव पार्क में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया ।

इस दौरान मंडल अध्यक्ष रमेश राजभर ने बताया 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर किसानों के समर्थन में  राष्ट्रपति को सम्बोधित पत्रक प्रशासन को सौंपा गया।

इसके साथ ही घर मे नजर बन्द शशिप्रताप सिंह ने टेलीफोनिक वार्ता में कहा की सारनाथ सुहेलदेव पार्क से आगे शास्त्री घाट तक पुलिस बल का नही जाने देना गणतंत्र का अपमान है पार्टी के लोग केवल किसानों के समर्थन में तिरंगा यात्रा ही निकलना था। लेकिन राज्य सरकार का पुलिस बल लगाकर हिटलरशाही दिखाना लोकतंत्र का भी अपमान है।आजादी के जश्न पर रोक अंग्रेजी हुकूमत की तरह है। 

वहीं विधायक कैलाश सोनकर ने  कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है थोड़ा भी शर्म और हया नही है इनके पास दिल भी नही है। यह सरकार अम्बानी, अडानी, के हाथों गिरवी हो गई है। 58 दिन से किसान ठंड में अपनी मांगों को लेकर डटे है, 100 से ज्यादा शहिद हो गए, हिटलर की सरकार के मंत्री कुछ नही कर पा रहे है, विपक्ष की कांग्रेस नपुंसक साबित हो रही है। सुभासपा अंतिम जान तक किसानों के हित मे खड़ी रहेगी। विधायक ने आरोप लगया की पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शशिप्रताप सिंह की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी के एक मंत्री के इशारे पर कल घर से शिवपुर पुलिस द्वारा उन्हें अपराधी की तरह उठा कर 24 घण्टे थाने में बैठना अन्यायपूर्ण है। साथ ही सारनाथ थाने में जागेश्वर राजभर, नित्यानंद, को रातभर रोकना बीजेपी की साजिश है।

 
इधर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर  26 जनवरी को किसानों के समर्थन में काले कानून को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता व महानगर उपाध्यक्ष विजय मौर्य डब्लू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तहसील की घेराबंदी की। इस दौरान  विजय मौर्य डब्लू ने मांग किया की किसानों के लिए जो काला कानून लाया जा रहा है उसे रद्द किया जाए।