एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते चौकी प्रभारी को किया रंगेहाथ गिरफ्तार, मुकदमें के आरोपितों से मांगी थी रिश्वत...

वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों द्वारा हर माह क्राइम समीक्षा बैठक करने और विवेचकों की क्लास लेने का कोई असर नहीं दिख रहा है.

एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते चौकी प्रभारी को किया रंगेहाथ गिरफ्तार, मुकदमें के आरोपितों से मांगी थी रिश्वत...

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों द्वारा हर माह क्राइम समीक्षा बैठक करने और विवेचकों की क्लास लेने का कोई असर नहीं दिख रहा है. विवेचना को विवेचकों ने पैसे कमाने का जरिया बना लिया है. सोमवार की शाम राजातालाब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र शुक्ल को एंटी करप्शन की टीम ने ₹ 20 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. आरोप है की मुकदमें में आरोपियों से धारा कम करने और गिरफ्तारी न करने के एवज में पैसे की मांग किया था.

जानकारी के अनुसार राजातालाब थाने में नौ जुलाई को रानी बाजार के जय मोदनवाल की तहरीर पर पड़ोसी धर्मेंद्र गुप्ता, प्रियांशु गुप्ता, रविशंकर गुप्ता, बरकी (कपसेठी) निवासी राहुल पांडेय व अन्य के खिलाफ मारपीट, धमकी देने और छह लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मुकदमें के विवेचक राजातालाब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला था. आरोपित रविशंकर के पिता श्यामलाल ने आरोप लगाया कि विवेचना के दौरान चौकी प्रभारी ने पहले डराया-धमकाया. केस से धारा कम करने और गिरफ्तारी न करने के लिए रिश्वत मांगी. रिश्वत के लिए बार-बार दबाव बनाने लगा. इस पर श्यामलाल ने एंटी करप्शन वाराणसी इकाई के थाने में तहरीर दी.


शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने राजातालाब चौकी पहुंची. श्यामलाल से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते धर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया. दरोगा धर्मेंद्र शुक्ला कुंडा (प्रतापगढ़) के तिलोरी गांव का निवासी है. धर्मेंद्र पर मिर्जामुराद थाने में केस दर्ज किया गया. गिरफ्तारी करनेवाली टीम में निरीक्षक योगेंद्र कुमार, अजीत कुमार सिंह, राकेश बहादुर, हेड कांस्टेबल शैलेंद्र राय, सुमित कुमार, अश्विनी कुमार पांडेय, सिपाही विनोद कुमार और आशीष शुक्ला थे.