कोर्ट के आदेश पर बिल्डर अतुल डीडवानिया के घर बजी डुगडुगी, कराई गई मुनादी... 

पैसे का निवेश कराकर कंपनी में डायरेक्टर बनाने का सपना दिखाने के बाद धोखाधड़ी सहित कई मामलों में आरोपित भेलूपुर के रविंद्रपुरी स्थित बिल्डर अनुज डीडवानिया के घर कोर्ट के आदेश पर गुरुवार को डुगडुगी बजवाई.पुलिस ने मुनादी भी करवाई.

कोर्ट के आदेश पर बिल्डर अतुल डीडवानिया के घर बजी डुगडुगी, कराई गई मुनादी... 
डीडवानिया हाउस पर नोटिस चस्पा करती सिगरा पुलिस।

वाराणसी,भदैनी मिरर। रियल स्टेट कंपनी में पार्टनर बनाने के लिए पैसे लेकर धोखाधड़ी स्थित विभिन्न मामलों  के आरोप में दो साल से फरार चल रहे भेलूपुर के रविंद्रपुरी निवासी अतुल कुमार डिडवानिया के आवास पर गुरुवार को सिगरा पुलिस ने डुगडुगी बजाकर धारा 82 की कार्रवाई की।

 सीजेएम के आदेश पर इंस्पेक्टर सिगरा धनंजय पांडेय के नेतृत्व में उनके आवास के बाहर नोटिस चस्पा कर मुनादी भी कराई गई। आरोपित अतुल डिडवानिया पिछले दो वर्षों से फरार चल रहा है कोलकाता के राहुल गोयनका ने आरोप लगाया है कि मेरे एक रिश्तेदार ने बनारस में रियल स्टेट कारोबारी अजय केजरीवाल और अनिल सिंह से मुलाकात कराई। कहा कि रियल स्टेट कारोबार में पैसा निवेश करने से फायदा होगा। शिवपुर में नया प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इसमें 50 फीसद शेयर आवंटित कर कंपनी में डायारेक्टर बनाएंगे। मैंने अपने बैंक खाते से आठ करोड़ 90 लाख रुपये में से चार करोड़ 31 लाख रुपये अजय केजरीवाल व अन्य अनिल सिंह की कंपनी शेषअर्थ इंफ्रा वेंचर प्रापर्टी लिमिटेड में 14 सितंबर 2012 से 2015 तक ट्रांसफर किया। 

आरोप है की कंपनी लिखा-पढ़ी करने के लिए समय मांगती रही। बाद में अजय केजरीवाल ने बताया कि हमने कंपनी छोड़ दी है। कंपनी डायरेक्टर अतुल कुमार डिडवानिया व उमा शंकर पोदार हो गए हैं। बाद में कुल राशि के एवज में मुझे 13 फ्लैट आवंटित करने का लेटर जारी किया गया। समय पर फ्लैट नहीं मिलने पर उक्त राशि पर 12 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
मेरे फर्जी दस्तखत के सहारे कूटरचित ढंग से फ्लैट आवंटन निरस्त कर दिया गया। बता दें कि इस मामले में अतुल के भाई बिल्डर अनुज डिडवानिया, एलएन बजोरिया, मनीष कुमार सरावगी, संजीव कुमार सरावगी, सीए सुशील कुमार कन्डोई समेत 11 लोग आरोपित हैं।

(इस खबर में मात्र हेडिंग में अतुल की जगह अनुज हो गया था, जिसे तत्काल सुधार लिया गया। यह मात्र मानवीय भूल थी, संस्था त्रुटि के लिए क्षमा प्रार्थी है )