हनुमान घाट पर जारी हुआ काशी के घाटों के त्यौहार का वार्षिक कलेंडर
अंतरराष्ट्रीय काशी घाटवाक विश्वविद्यालय द्वारा नए साल पर काशी के प्रसिद्ध हनुमान घाट पर घाटवाक का वार्षिक कैलेंडर जारी किया गया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। अंतरराष्ट्रीय काशी घाटवाक विश्वविद्यालय द्वारा नए साल पर काशी के प्रसिद्ध हनुमान घाट पर घाटवाक का वार्षिक कैलेंडर जारी किया गया. इस अवसर पर बोलते हुए घाटवाक विश्वविद्यालय के संस्थापक व प्रख्यात चिकित्सक प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि यह वार्षिक कैलेंडर घाटवाक विश्वविद्यालय का संकल्प पत्र है. उन्होंने इस अवसर पर इसके सामाजिक व सांस्कृतिक आधार को और भी गति देने की बात की और भविष्य में काशी के सांस्कृतिक नायकों पर आयोजन करने का संकल्प भी लिया.
वरिष्ठ समाजशास्त्री प्रो. अरविंद जोशी ने कहा कि घाटवाक का यह उपक्रम परंपरा व आधुनिकता के बीच एक सांस्कृतिक सेतु है. यहाँ पैदल चलते हुए काशी की प्राचीनता का बोध होता है.
विश्वविद्यालय के मानद डीन व ख्यात साहित्यकार प्रो. श्रीप्रकाश शुक्ल ने घाटवाक के कैलेंडर का महत्व बताते हुये कहा कि काशी का यह घाटवाक टूटते हुए सामाजिक संबंधों को जोड़ने की कोशिश है. इस अवसर पर उन्होंने घाटवाक को शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए एक जरूरी उपक्रम बताया जहां काशी की प्राचीनता व बहुलतावादी संस्कृति का बोध होता है.
आयुर्वेद के चिकित्सक डॉ. अनिल गुप्ता ने कहा कि घाटवाक विश्वविद्यालय सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत सम्पन्न है. इसका सम्पूर्ण परिसर अपनी विरासत सम्पन्न है.
इस अवसर पर गायक राकेश तिवारी ने शिव का भजन प्रस्तुत किया तो कलाकार डेविड ने बांसुरी पर भजन प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में शैलेश तिवारी, मनकामना शुक्ल पथिक, उमेश गोस्वामी, अक्षत पांडेय, अमित कुमार, राकेश गुप्ता, शिवम यादव, प्रेमचंद पटेल सहित काफी संख्या में घाटवाकर उपस्थित रहे.