नवजात बच्चे को बगीचे में लावारिश छोड़ा: रुदन सुनकर ग्रामीणों ने पुलिस को बुलाया, जाने फिर क्या हुआ

नवजात बच्चे को बगीचे में लावारिश छोड़ा: रुदन सुनकर ग्रामीणों ने पुलिस को बुलाया, जाने फिर क्या हुआ

वाराणसी, भदैनी मिरर। कलयुगी माँ ने नवजात बच्चे को रोते हुए बगीचे में लावारिश छोड़कर चली गई। जिस बच्चे को माँ के मामता और स्तनपान की जरूरत थी न जाने किस कारण से उसके माता-पिता ने खुद से अलग करने की ठानी। यह सुखद रहा की किसी जानवर की नजर उस मासूम पर नही पड़ी। बगीचे से बच्चे की लगातार रुदन सुनकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलने पर पुलिस रिस्पॉन्स व्हक़ील (PRV) तत्काल मौके पर पहुंची। लावारिश हालात में बच्चे के मिलने के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं जोरो पर है।

चाइल्ड लाइन को किया गया सुपुर्द

ग्रामीण क्षेत्र के मिर्जामुराद स्थित गौर निवासी रविशंकर श्रीवास्तव ने गुरुवार की रात करीब 8 से साढ़े 8 बजे के बीच यह सूचना दी की राधाकृष्ण प्राचीन मन्दिर के पीछे स्थित बगीचे में लावारिश नवजात शिशु रो रहा है। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय महिलाओं ने बच्चे को गले लगाकर प्यार करने लगी। इस दौरान आस-पास के क्षेत्र में पुलिस ने नवजात बच्चे के माता-पिता की तलाश करते रहे। जब कही बच्चे के माँ-बाप नहीं मिले तो पुलिस ने बच्चे को लेकर थाने पहुंचे। प्राथमिक उपचार के लिए पुलिसकर्मियों ने नवजात को अस्पताल ले गए, जहा चिकित्सकों ने उसे स्वस्थ घोषित किया।नवजात बच्चे को महिला हेल्प डेस्क पर मौजूद महिला सिपाही सरिता बंसल और थाने के बाल कल्याण अधिकारी दरोगा बलराम पाठक द्वारा बाल कल्याण समिति (CWC) अस्मिता चाइल्ड लाइन सिगरा वाराणसी को सुपुर्द किया गया।