BHU-IIT सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण: रसूखदार आरोपियों को सजा दिलाने की कवायद शुरु, 2 गवाह और तीन सबूत के सहारे जल्द दाखिल होगी चार्जशीट...
आईआईटी-बीएचयू के सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में रसूखदार आरोपियों को सजा दिलाने की कवायद पुलिस ने शुरु कर दी है. दो गवाह और तीन सुबूत के आधार पर पुलिस चार्जशीट दाखिल करने में जुट गई है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। आईआईटी-बीएचयू की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के तीनों रसूखदार आरोपी जिला जेल में निरुद्ध है. आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कमिश्नरेट की पुलिस ने कवायद शुरु कर दी है. आरोपियों की पहचान विक्टिम मजिस्ट्रेट के सामने करेगी. इसके लिए पुलिस ने टेस्ट आईटेंटिफिकेशन आफ परेड (टीआईपी) की तैयारी शुरू कर दी है. यह टेस्ट उस स्थिति में होता है जब पीड़िता आरोपी को केवल घटनास्थल पर देखी हो. इसके लिए बकायदा मजिस्ट्रेट की नियुक्ति होगी और उनके सामने पीड़िता आरोपियों की शिनाख्त करेगी. हालांकि इस घटना को लेकर कांग्रेस केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार पर हमलावर है.
बैरक नंबर 10 है नया ठिकाना
घटना के आरोपी कुणाल पांडेय अपनी बुलेट से 1 नवंबर की रात अपने दोस्त आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल के साथ चेतगंज की नक्कटैया देखने गया है. पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया था कि उन्होंने शराब पी रखी थी और सिहद्वार से कैंपस में प्रवेश करके आईआईटी की ओर गए. सुनसान स्थान पाकर बीटेक की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करके हैदराबाद गेट से निकलकर बाईपास की ओर निकल गए. आधे घंटे बाईपास पर रहने के बाद कुणाल ने अभिषेक और सक्षम को उनके घर छोड़ने के बाद अपने घर रात करीब ढाई बजे पहुंचा. घटना को लेकर आईआईटी-बीएचयू के छात्रों का अगले दिन धरने से वह डर गए और दो दिन घरों में ही रहे और उसके बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जाकर चुनाव में लग गए. पुलिस की गिरफ्तारी के बाद तीनों का नया ठिकाना फिलहाल जिला जेल का बैरक नंबर 10 है.
पुलिस जल्द करेगी चार्जशीट दाखिल
हाई प्रोफाइल मामले के चलते बीजेपी जहां बैकफुट पर है वहीं, कांग्रेस और सपा लगाकर सरकार को घेरने पर आमादा है. तीनों आरोपियों कुणाल पांडेय, आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल को सजा दिलाने के लिए पुलिस पीड़िता के साथ 2 गवाह और तीन सुबूत के सहारे कोर्ट में चार्जशीट फाइल करने की तैयारी कर रही है. सूत्रों की माने तो इस मामले में लंका पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है.