शिक्षकों का सम्मान करेंगे अखिलेश: समाजवादी शिक्षक सभा का दावा शिक्षक सम्मेलन में पहुंचेंगे करीब 18 हजार शिक्षक, BJP सरकार पर जमकर साधा निशाना
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नियुक्ति पत्र बांट कर केवल अपनी ब्रांडिंग कर रही है। इससे पहले भी नियुक्तियां हुईं हैं, मगर उत्तर प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं रहा कि हम नियुक्ति करने के बाद कर्मचारियाें को उसका सर्टिफिकेट भी दें। नियुक्ति पत्र देकर आप कागज पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं और इसे नियुक्तियों में पारदर्शिता का चोला पहनाकर सही सिद्ध किया जा रहा है। परीक्षा के प्रश्नपत्र आउट हो रहे हैं, उसमें पारदर्शिता नहीं है। उक्त बातें समाजवादी शिक्षक सभा के राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप यादव ने वाराणसी के सर्किट हाउस में गुरुवार को योगी सरकार निशाना साधते हुए कहा।
भदोही में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन और शिक्षक सम्मान समारोह के बारे में जानकारी देने के लिए सर्किट हाउस में कुलदीप यादव पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे। करीब 18 हजार शिक्षक समाजवादी शिक्षक सभा के सम्मेलन में अपने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सुनने आएंगे।
योजनाओं का नाम बदलकर वाहवाही लूट रही भाजपा
कुलदीप यादव ने कहा कि चुनावी मौसम आ गया है। अब यूपी के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ही कार्यक्रम किए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी का इतिहास बताता है कि हम शिक्षकों के हितों के लिए ही कार्य करते हैं। 2007 तक 17 में से 14 संशोधन नेताजी ने अपने कार्यकाल में किया था। वहीं 2012 से 2017 तक सभी शिक्षकों को मानदेय दिया गया। वित्तविहीन शिक्षकाें के लिए सपा सरकार में 200 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया था। इसमें से 100 करोड़ रुपए हमने शिक्षकों को दिया था, मगर उसके बाद सरकार बदल गई, जिसने 100 करोड़ शिक्षकों को न देकर वापस कर दिया।
कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार केवल सपा शासनकाल की योजनाओं का नाम बदलकर वाहवाही लूट रही है। वार्ता में मौजूद एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और कहा कि केवल समाजवादी पार्टी ही है जो शिक्षकों के हितों की बात करती है।