22 मोहल्लों की रजिस्ट्री रामनगर से होने के शासनदेश के खिलाफ अधिवक्ता, प्रदर्शन कर की यह मांग...

रजिस्ट्री कार्यालय (कचहरी) के बाहर मंगलवार को न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया.

22 मोहल्लों की रजिस्ट्री रामनगर से होने के शासनदेश के खिलाफ अधिवक्ता, प्रदर्शन कर की यह मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। रजिस्ट्री कार्यालय (कचहरी) के बाहर मंगलवार को न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया. अधिवक्ताओं की मांग है कि रजिस्ट्रार द्वितीय और चतुर्थ के सीमा क्षेत्र में रजिस्ट्री को लेकर हुए बदलाव को वापस लिया जाए. अन्यथा की स्थिति में अधिवक्ता आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे.

लामबंद हुए अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी के अध्यक्ष मुरलीधर सिंह ने बताया कि 27 फरवरी को एक शासनादेश आया है, जिसमें फरमान सुनाया गया है कि रजिस्ट्रार द्वितीय के 21 और चतुर्थ सीमा एक मोहल्ला नगवां में बदलाव हुआ है. भेलूपुर वार्ड और नगवां मोहल्ला कुल 22 मोहल्लों के रहने वाले लोगों की जमीन सहित अन्य दस्तावेजों का पंजीकरण अब रामनगर में होगा. कहा कि अब तक वहां की रजिस्ट्री भी कचहरी से होती थी.

अधिवक्ताओं ने कहा कि हम अन्य न्यायिक कार्यों को करते हुए रजिस्ट्री का कार्य भी दस्तावेज तैयार करवाते हुए एक स्थान से करवाते थे. इस शासनादेश की वजह से अधिवक्ताओं के साथ ही जनता को भी दिक्कत होगी. कहा कि हम मांग करते है कि शहर के सभी इलाकों की रजिस्ट्री कचहरी में जैसे होती थी वैसे ही होती रहे. यदि शासनादेश वापस नहीं होता तो आंदोलन तेज होगा.