BJP नेता के हत्याकांड का 12वां आरोपी गिरफ्तार, 5 इनामिया बदमाशों की पुलिस को तलाश...

वाराणसी के सिगरा जयप्रकाश नगर कॉलोनी में हुए बीजेपी नेता के हत्याकांड में शामिल 12वें आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब उस प्रकरण में पांच अन्य इनामी आरोपियों की तलाश है.

BJP नेता के हत्याकांड का 12वां आरोपी गिरफ्तार, 5 इनामिया बदमाशों की पुलिस को तलाश...

वाराणसी, भदैनी मिरर। सिगरा के जयप्रकाश नगर कॉलोनी में 12 अक्टूबर की रात हुई भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता पशुपति नाथ सिंह पीट पीटकर हत्या और उनके बेटे राजकुमार को अधमरा करने के मामले में 20 हजार के इनामी बदमाश चंदुआ छित्तूपुर निवासी विशाल गुप्ता उर्फ साहिल को सिगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साहिल की निशानदेही पर पुलिस ने लोहे की पाइप की बरामद कर ली है. इस प्रकरण में फरार चल रहे गैंग 307 के दो बदमाश राहुल और पवन को पुलिस ने डीआरएम ऑफिस के पीछे 16 अक्टूबर को इनकाउंटर में गिरफ्तार किया था. अब तक इस प्रकरण में पुलिस ने कुल 12 अरेस्टिंग की है. 

गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर सिगरा राजू सिंह, उप निरीक्षक प्रकाश सिंह, उप निरीक्षक अश्वनी राय, हेड कांस्टेबल कृष्णानंद राय, हेड कांस्टेबल अभय नारायण सिंह, कांस्टेबल धीरेंद्र यादव, कांस्टेबल राकेश सिंह और कांस्टेबल सुनील गौतम शामिल रहे. 

पुलिस को है इन बदमाशों की तलाश

  • चंदुआ छित्तूपुर के हरिनगर का आर्यन सरोज उर्फ आकाश उर्फ टमाटर और चंदुआ छित्तूपुर का श्याम बाबू, विशाल राजभर, संदीप गुप्ता व सुरेश सरोज।

डिप्टी सीएम गए थे ढांढस बंधवाने

पार्षद का चुनाव लड चुके भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह का जयप्रकाश नगर तिराहे पर कटरा है. कटरे में बीयर की शॉप भी है. 12 अक्टूबर की रात वहां 4 युवक नशे में गाली गलौज और झगड़ा कर रहे थे. जिस पर पशुपतिनाथ सिंह विरोध करते हुए वहां से जाने को कहा. जिस पर युवकों ने देख लेने की बात कही. कुछ देर बाद युवक रॉड-डंडे से लैश होकर पुनः 30-40 की संख्या में आए और उनके बेटे राजकुमार को खोजकर पीटने लगे. राजकुमार को बचाने के लिए पिता पशुपतिनाथ सिंह गए जिनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, और राजकुमार को अधमरा कर दिया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 15 अक्टूबर को भाजपा नेता के परिजनों को ढांढस बंधाने उनके घर भी पहुंचे थे. घटना की जानकारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए 19 अक्टूबर को परिवार को पत्र भेजकर दुख जताया था. उनके अपने संदेश में लिखा था की समाजसेवी पशुपतिनाथ सिंह की रक्तता पूरी नहीं की जा सकती. उनके कार्य सदैव याद दिए जाएंगे. ईश्वर परिवार और उनके शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें.

दो दरोगा सहित पूरी चौकी हुई थी निलंबित

इस घटना के बाद पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश काफी खफा हुए. हालांकि इंस्पेक्टर सिगरा राजू सिंह पर गाज तो नहीं गिरी लेकिन पुलिस कमिश्नर ने चौकी प्रभारी नगर निगम नीरज ओझा, दरोगा ललित कुमार पांडेय, 3 हेड कांस्टेबल देवी यादव, अनूप राय, मोहन कुमार,और 4 कांस्टेबल रामावतार, नितिन, सुधांशु और दिनेश शामिल थे को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए थे. घटना के बाद चौकी प्रभारी के रुप में पुलिस कमिश्नर ने प्रकाश सिंह की तैनाती दी.