नागपंचमी पर सापों को क्यों पिलाया जाता हैं दूध, क्या है इसके पीछे की वजह?
नाग पंचमी के दिन नागों को दूध क्यों पिलाते हैं, इसके पीछे की क्या वजह हैं. अगर आप भी इस दिन सापों को दूध पिलाते हैं तो इसके पीछे का कारण जान लें…
Nag Panchami 2024: आज नागपंचमी का पर्व मनाया जा रहा है, जो समस्त सर्पों को समर्पित होता है. इस दिन नाग देवता की पूजा कर उन्हें दूध और लावा खिलाने का भी विधान है, लेकिन क्या आपको पता है कि नाग पंचमी के दिन नागों को दूध क्यों पिलाते हैं, इसके पीछे की क्या वजह हैं. अगर आप भी इस दिन सापों को दूध पिलाते हैं तो इसके पीछे का कारण जान लें…
जानें क्यों पिलाया जाता है नागों को दूध
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता को दूध पिलाने से सांप के काटने यानी सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन नाग देवता की पूजा करने से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं. इस दिन कुछ जगहों पर तो कई प्रकार के धार्मिक आयोजन किए जाते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नागों को दूध पिलाने से परिवार के सदस्यों के ऊपर किसी प्रकार की विपत्ति नहीं आती है और हर कार्य में सफलता मिलती है.
युवतियां भी इस दिन नाग देवता को दूध चढ़ाकर उनसे मनवांछित वर की प्रार्थना करती हैं. पुरानी धारणा के अनुसार ऐसा कहा जाता है, सांपों की आंखों में एक फोटोग्राफिक मेमोरी होती है. वह किसी के चेहरे को बहुत अच्छी तरह से याद रखते है, इसलिए लोग नाग पंचमी के दिन उनकी पूजा करके परिवार के सदस्यों की रक्षा की कामना करते हैं.
नाग पंचमी से जुड़ी धार्मिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार यमुना नदी में एक कलिंग नाम का सांप सांप रहता था, जिसकी वजह से ब्रज निवासियों के लिए यमुना का पानी उपभोग करना असंभव हो गया था, चूकिं नदी जहरीली और दूषित हो गई थी, इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने सांप को घायल कर उसे यमुना से फैले हुए जहर को वापस लेने को विवश कर दिया. भगवान श्री कृष्ण के आदेश का पालन करते हुए उसने यमुना से सारे जहर को वापस ले लिया. तब भगवान श्रीकृष्ण ने उसे आशीर्वाद दिया और कहा, कि जो भक्त नाग पंचमी के दिन सांप को दूध चढ़ाकर उनकी पूजा करेगा वह सभी पापों और परेशानियों से मुक्त हो जाएगा.