प्रेमिका के घर विपिन ने देखा तो रोहित ने उतारा था मौत के घाट, पुलिस ने भेजा जेल...

When Vipin saw his girlfriend's house, Rohit had put him to death, the police sent him to jail...प्रेमिका के घर विपिन ने देखा तो रोहित ने उतारा था मौत के घाट, पुलिस ने भेजा जेल...

प्रेमिका के घर विपिन ने देखा तो रोहित ने उतारा था मौत के घाट, पुलिस ने भेजा जेल...

वाराणसी,भदैनी मिरर। अमिनी गाँव में दो दिन पूर्व सरसो की खेत में मिले किशोर विपिन उर्फ दीनदयाल के मिले शव के प्रकरण में मिर्जामुराद पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। आरोपी रोहित राजभर को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को राधा कृष्ण मन्दिर गौर से कुछ दूर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर मृतक किशोर का आधार कार्ड बरामद किया है।

प्रेमिका के घर देख लिया था विपिन

शव मिलने के बाद परिजन लगातार हत्या की आशंका जताते रहे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छानबीन शुरु की तो आरोपी रोहित राजभर निवासी ग्राम अमिनी का नाम सामने आया। पूछताछ में गिरफ्तार रोहित राजभर ने बताया कि वे अजय के पुत्री आरती से प्रेम करता है, जिसके बारे में उसके घर वालों को पता चल गया। आरती के घर वालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी थी। 25 फरवरी को आरोपी रोहित आरती से मिलने उसके घर गया था, तब ही विपिन ने अजय को वहां देख लिया था, जिसके बाद रोहित किशोर विपिन को बहला फुसला कर अपने साथ ले गया और उसके सिर पर मारकर हत्या कर दी। 

खेत में शव फेंककर हो गया था फरार

हत्या के बाद रोहित ने मृत किशोर के शव को खेत में फेंक दिया। देर रात रोहित वापस घटनास्थल पर गया और किशोर के शव को भूसा ऱखने वाले खंडहर में रख दिया और शव को ठिकाने लगाने का इंतजाम करने लगा, पर मौका न मिलने पर आरोपी ने शव को मंगरु हरिजन के खेत में फेक दिया और फरार हो गया। आरती को शक हुआ तो रोहित ने उसे भी झूठ बोल दिया कि उसे विपिन के बारे में नहीं पता।

बता दें, अमीनी गांव निवासी स्वर्गीय दिनेश का पुत्र बीते शुक्रवार को घर से शाम को खेलने के लिए निकला था। काफी समय के बाद भी वह घर वापस नहीं आया, जिसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन की लेकिन बच्चे का कोई पता नहीं चला। जिसके बाद शनिवार को चचेरे भाई अजय ने मिर्जामुराद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। रविवार को मंगरु हरिजन के खेत में किशोर का शव मिला था। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष संजीत बहादुर सिंह, कांस्टेबल अमरजीत कुमार, कांस्टेबल अमरजीत कुमार साह, हेड कांस्टेबल फूलचन्द यादव ने मुख्य भूमिका निभाई।