चाय विक्रेता और राहगीर पर फायर झोंकने वाले 3 गिरफ्तार, 2 शरणदाताओं को भी पुलिस ने दबोचा, जाने क्या थी गोली चलाने की वजह

चाय विक्रेता और राहगीर पर फायर झोंकने वाले 3 गिरफ्तार, 2 शरणदाताओं को भी पुलिस ने दबोचा, जाने क्या थी गोली चलाने की वजह
शिवपुर पुलिस की गिरफ्त में फायर झोंकने और बदमाशों को शरण देने वाले पांचों

वाराणसी,भदैनी मिरर। शिवपुर के गणेशपुर में मंगलवार की रात सरेराह फायरिंग कर चाय विक्रेता सहित 2 लोगों की हत्या के प्रयास के पुलिस ने 3 आरोपियों और उनके 2 शरणदाताओं को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। फायरिंग में शामिल आरोपियों की शिनाख्त दशवतपुर के अभिषेक सिंह उर्फ गोपू, चांदमारी के ऋषि सिंह व अंकुर सिंह उर्फ छोटू, दांदूपूर के अमरजीत उर्फ पिंटू और लोढ़ान चांदमारी के विकास गुप्ता उर्फ कन्हैया के तौर पर हुई है। आरोपियों के पास से .30 बोर की देसी पिस्टल और 4 कारतूस बरामद किया गया है। पांचों को बुधवार को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। प्रकरण में पुलिस को भदोही जिले के डोमनपुर गांव निवासी राबिन सिंह की तलाश है।

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि वारदात की जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर शिवपुर सुनील कुमार सिन्हाल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस टीम में शामिल इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार मिश्र, दरोगा हरिओम प्रताप सिंह, प्रकाश सिंह, स्वतंत्र सिंह व अमरीश राय ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपियों को चिह्नित किया। इसके बाद धरपकड़ शुरू की गई तो पता लगा कि अमरजीत और विकास गुप्ता ने अभिषेक, ऋषि और अंकुर को अपने घर में छुपा रखा है। पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक अन्य आरोपी राबिन सिंह भाग गया है और उसकी तलाश जारी है। बता दें, कि फायरिंग में चाय-समोसा विक्रेता अजय और राहगीर सुशील वर्मा घायल हो गए थे, जिनका इलाज चल रहा है।

फायरिंग करने के आरोपी अभिषेक, ऋषि और अंकुर ने बताया कि उन्होंने राबिन के साथ जमकर बीयर पी थी। इसके बाद एक दुकान के समीप लघुशंका करने को लेकर उनका विवाद हुआ तो नशे की हालत में सभी को रंगबाजी करने का मन किया। इसके साथ ही उन्हें यह भी लगा था कि अगर वह फायरिंग करेंगे तो क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा होगा और लोग उनसे डरेंगे। उन्हें यह नहीं पता था कि उनके फायरिंग करने के दौरान किसी को गोली लगी है या नहीं लगी है। फायरिंग करने के बाद तीनों लोग अमरजीत और विकास के घर जाकर छुप गए थे। वहीं, राबिन उन्हें छोड़ कर भाग निकला था।