PFI के सक्रिय दो सदस्यों को ATS ने किया गिरफ्तार, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप...

आतंकवाद निरोधक दस्ते ने दो आरोपियों को देशविरोधी गतिविधि में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

PFI के सक्रिय दो सदस्यों को ATS ने किया गिरफ्तार, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप...

वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े दो सदस्यों को आदमपुर से गिरफ्तार कर लिया है. यह जानकारी एटीएस की ओर से दी गई है. यह दोनों पीएफआई से जुड़कर देश विरोधी गतिविधियों को तेज कर रहे थे. दोनों आदमपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुए है.

भारत सरकार ने वर्ष 2022 सितंबर माह में पीएफआई एवं इसके आठ सहयोगी संगठनों को उनकी विध्वंसात्मक गतिविधियों, आतंक आधारित रिग्रेसिव रिजीम को प्रोत्साहित व लागू करने, एक वर्ग विशेष में देश के प्रति असंतोष पैदा करने, राष्ट्र-विरोधी व कट्टरपंथी भावनाएं भड़काने तथा देश की अखण्डता, सुरक्षा और सम्प्रभुता को खतरा उत्पन्न करने वाली गतिविधियों को और तेज करने के कारण, इनको प्रतिबंधित किया गया था. पीएफआई संगठन से जुड़े सदस्यों के विरूद्ध देशव्यापी कार्यवाही की गयी थी. 

एटीएस वाराणसी यूनिट ने अब्दुला सऊद अंसारी की लोहता से गिरफ्तारी कर जब विवेचना शुरु की तो परवेज अहमद एवं रईस अहमद का नाम प्रकाश में आया और वह फरार चल रहे थे. दोनों पर 50-50 हजार का पुरस्कार घोषित था. दोनों अभियुक्त वाराणसी में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैलाने का कार्य कर रहे थे. इन दोनों के विरुद्ध भी पूर्व में वाराणसी के थाना चेतगंज और आदमपुर में अभियोग पंजीकृत है, जिसमें यह जेल भी जा चुके हैं.

PFI लीडरों के संपर्क में थे दोनो आरोपी

एटीएस की ओर से जारी प्रेस नोट में जानकारी दी की सीएए और एनआरसी के समय से ही रईस अहमद असम एवं अन्य राज्यों के पीएफआई लीडर के संपर्क में रहकर पीएफआई द्वारा संचालित देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय था. दोनों अभियुक्त देश के विभिन्न राज्यों, जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल आदि में आयोजित होने वाली गोष्ठियों एवं कार्यशालाओं में सम्मिलित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करते थे. अपने कार्यक्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन के कैडर विस्तार के लिए युवाओं को प्रेरित कर संगठन में शामिल करते हुए, पीएफआई की कट्टरपंथी विचारधारा का विस्तार करते थे. दोनों आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल कर भूमिगत रह रहे थे. एटीएस वाराणसी यूनिट द्वारा इलेक्ट्रॉनिक एवं भौतिक सर्विलांस के माध्यम से दोनों पुरस्कार घोषित आरोपियों की वाराणसी से गिरफ्तार करने में सफलता मिली.