पॉपुलर अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत पर हंगामा, पुलिस ने मामला शांत करवाया...

पॉपुलर अस्पताल अक्सर ही विवादों के घेरे में रहता है. यह इसलिए की इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल करने के बाद भी यदि मरीज की मौत हो जाए तो अस्पताल प्रबंधन मानवता का परिचय नही देता.

पॉपुलर अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत पर हंगामा, पुलिस ने मामला शांत करवाया...

वाराणसी, भदैनी मिरर। ककरमत्ता स्थित पॉपुलर अस्पताल में शनिवार की रात करीब 9 बजे इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद हंगामा हो गया. हालांकि यह अस्पताल अक्सर ही विवादों में रहता है. सूचना मिलने के बाद मौके पर महमूरगंज चौकी प्रभारी संतोष यादव पहुंचे, उन्होंने परिजनों को समझाने की पूरी कोशिश की हालांकि अस्पताल प्रबंधन के रवैये से वह पूरी तरह आक्रोशित थे.

पैर में चोट लगने से हुए थे एडमिट

जौनपुर के थानागद्दी निवासी केंद्रीय ब्राम्हण महासभा युवामंच के अध्यक्ष डाक्टर सुधीर मिश्रा ने पैर में चोट लगने से 40 दिन पहले अपने पिता जी को पॉपुलर में भर्ती किया था. पुलिस को दिए तहरीर के मुताबिक आरोप है की पॉपुलर अस्पताल पैसे के चक्कर में उनके पिता जी को 40 दिन तक अस्पताल में रखा और लाखों रुपए लूटने के बाद छोटा सा ऑपरेशन किया. उसके पहले उनके पिता जी बिलकुल ठीक और सबसे बातचीत कर रहे थे. ऑपरेशन के बाद मरीज की 6 अगस्त की रात डाक्टरों की लापरवाही से मृत्यु हो गई. 

चौकी प्रभारी महमूरगंज ने बताया की सूचना पर फौरन पुलिस पहुंच गई थी. उस समय परिजन उग्र थे. उन्हे समझाया गया की अस्पताल आखिर मरीज की जान क्यों लेगा? परिजनों और चिकित्सक की वार्ता करवाई गई, जिसके बाद परिजन शांत हुए, हालांकि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दी है. 

पहले भी हुई है कई घटनाएं

पॉपुलर अस्पताल में कोई यह पहला हंगामा नही है बल्कि इसके पहले भी कई हंगामें हो चुके है. सूत्र बताते है की भर्ती होने से पहले ही अस्पताल फॉर्म पर परिजनों से हस्ताक्षर करवा लेता है की यदि कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी चिकित्सकों या अस्पताल की नहीं होगी. उस फॉर्म पर हस्ताक्षर किए जाने से अस्पताल बच निकलता है. शहर में यह चर्चा है की पॉपुलर अस्पताल "नाम बड़े और काम छोटे" वाले तर्ज पर ही काम करता है.