IIT-BHU दीक्षांत समारोह : 1954 छात्रों को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी उपाधियाँ, पूर्व छात्रों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला विशिष्ट पुरस्कार

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-बीएचयू), वाराणसी का तेरहवां दीक्षांत समारोह सोमवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया गया, जहाँ 1954 मेधावी छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपाधियाँ दी गईं

IIT-BHU दीक्षांत समारोह : 1954 छात्रों को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी उपाधियाँ, पूर्व छात्रों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला विशिष्ट पुरस्कार

वाराणसी, भदैनी मिरर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-बीएचयू), वाराणसी का तेरहवां दीक्षांत समारोह सोमवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया गया, जहाँ 1954 मेधावी छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपाधियाँ दी गईं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और कार्यक्रम की अध्यक्षता बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन पद्मश्री डॉ. कोटा हरिनारायन ने की.

इस दीक्षांत समारोह में बीटेक के 1060, आईडीडी के 319, एमटेक/एमफार्मा के 263, एमएससी के 49 और बी.आर्क के 13 छात्रों सहित कुल 1954 छात्रों को उपाधियाँ प्रदान की गईं. इसके अलावा, 250 से अधिक शोधार्थियों को डॉक्टरेट की डिग्रियाँ भी प्रदान की गईं.

समारोह में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा, शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो. श्याम बिहारी द्विवेदी, सह शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो. इंद्रजीत सिन्हा और अन्य प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे. दीक्षांत समारोह का कुशलता से संचालन किया गया, जिसमें सभी ने छात्रों की सफलता का उत्सव मनाया.

पूर्व छात्रों को विशिष्ट पुरस्कार 

आईआईटी (बीएचयू) ने अपने पूर्व छात्रों को उनके उत्कृष्ट योगदान और उपलब्धियों के लिए विशिष्ट एलुमिनस/एलुमिना पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया. इस वर्ष कुल 8 पूर्व छात्रों को यह पुरस्कार मिला। इनमें प्रोफेसर अनुज श्रीवास्तव को एकेडमिक क्षेत्र में, श्री अनिल के. सचदेव और श्री डी. गोस्वामी को उद्योग क्षेत्र में, डॉ. वी. के. रैना को प्रोफेशन क्षेत्र में, डॉ. अवधेश कुमार सिंह को पब्लिक लाइफ में, डॉ. हेमा सिंह को रिसर्च एंड इनोवेशन में, और श्री सुदीप्ता दत्ता व शुभम पालीवाल को यंग एलुमिनस एचीवर अवार्ड से नवाजा गया.

इस आयोजन में न केवल छात्रों की सफलता का जश्न मनाया गया, बल्कि प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के योगदान का भी सम्मान किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता की मिसाल पेश की है.