ट्रैफिक पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 9 मिनट में मरीज को पहुंचाया BHU, एंबुलेंस चालक ने मांगी थी मदद...

Traffic police took the patient to BHU in 9 minutes by making a green corridor. ट्रैफिक पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 9 मिनट में गंभीर मरीज को BHU पहुंचाया. एंबुलेंस चालक के मदद मांगने पर ट्रैफिक पुलिस संकटमोचक बन गई.

ट्रैफिक पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 9 मिनट में मरीज को पहुंचाया BHU, एंबुलेंस चालक ने मांगी थी मदद...
एम्बुलेंस के आगे यातायात निरीक्षक पंकज तिवारी का सरकारी वाहन।

वाराणसी,भदैनी मिरर। कमिश्नरेट वाराणसी ट्रैफिक पुलिस उस वक्त एक गंभीर मरीज और उनके तीमारदारों के लिए संकटमोचक बन गई उनका एंबुलेंस पांडेयपुर चौराहे के भयंकर जाम में फंस गया। जाम की स्थिति देखकर एंबुलेंस चालक विवेक कुमार ने तत्काल चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों  से सहयोग मांगा तो इसकी जानकारी एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक दिनेश पूरी को देने के साथ ही ट्रैफिक इंस्पेक्टर पंकज त्रिपाठी को दी। 

अस्पताल ने किया था BHU रेफर

रोहतास के शमशेर आलम को ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत पर परिजनों ने सारनाथ के पंचकोसी रोड स्थित न्यूरोसिटी अस्पताल में भर्ती करवाए थे। मरीज की हालत नाजुक होते देख चिकित्सकों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। तीमारदार जब अपने मरीज को लेकर एंबुलेंस से बीएचयू को निकले तो वह पांडेयपुर चौराहे पर फंस गए। जिसके बाद तैनात पुलिसकर्मियों से मदद मांगी।

मरीजों के लिए SOP किया गया तैयार

एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक दिनेश पूरी ने बताया कि पांडेयपुर चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा सूचना मिलने के बाद सर्किल
सारनाथ यातायात निरीक्षक पंकज कुमार तिवारी और अन्य यातायात पुलिसकर्मियों ने एम्बुलेंस को तत्काल बीएचयू पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए आगे चलने का निर्णय लिया और वायरलेस सेट से प्रत्येक चौराहो को कन्ट्रोल रूम के माध्यम से रास्ता साफ कराते हुए बीएचयू अस्पताल पहुँचाया। उन्होंने बताया गया कि यातायात पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी द्वारा बाहर से आने वाले गम्भीर मरीजो को कम से कम समय में बीएचयू ट्रामा सेंटर से बाबतपुर या बाबतपुर से बीएचयू, ट्रामा सेंटर, हेरिटेज
तथा ऐपेक्स अस्पताल तक शीध्र पहुचाने के लिए रूट को ग्रीन कारिडोर के रूप में चिन्हांकित कर एसओपी तैयार किया गया है। जिससे किसी भी इमरजेसी के समय शीघ्रता से यातायात संचालित कराया जा सकें ।