नौकर के भेष में पहुंचे सिपाही ने बदमाशों को दिए पैसे...50 लाख न देने पर गोली से उड़ाने की दी थी धमकी...
50 लाख रुपए दो अन्यथा पूरे परिवार को गोली से उड़ा दूंगा...यही धमकी जब पंचशील नगर कॉलोनी (महमूरगंज) निवासी अंकित मेहरा, उनकी पत्नी प्रियंका और परिवार के सभी नंबरों पर आई तो पूरे परिवार की नींद उड़ गई.
वाराणसी, भदैनी मिरर। 50 लाख रुपए दो अन्यथा पूरे परिवार को गोली से उड़ा दूंगा...यही धमकी जब पंचशील नगर कॉलोनी (महमूरगंज) निवासी अंकित मेहरा, उनकी पत्नी प्रियंका और परिवार के सभी नंबरों पर आई तो पूरे परिवार की नींद उड़ गई. धमकी देने का यह सिलसिला 17 जनवरी से शुरु हुआ तो पहले परिवार ने नजरअंदाज किया लेकिन जब धमकी बढ़ने लगी तो सिगरा पुलिस से शिकायत दर्ज करवाई. अपराध की गंभीरता को देखते हुए सिगरा थाना प्रभारी ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को देते हुए तत्काल मुकदमा पंजीकृत किया.
फिल्मी स्टाइल में पकड़े गए आरोपी
डीसीपी काशी जोन आर.एस. गौतम ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर प्रकरण में गिरफ्तार दो आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में एडिशनल डीसीपी चंद्रकांत मीणा के परवेक्षण और एसीपी चेतगंज नीतू के नेतृत्व में सफलता मिली है. बताया कि जब गुरुवार सुबह 10 बजे पैसा तैयार कर नौकर राम सिंह से रामनगर भेजने को कहा. नौकर जैसे ही पैसे लेकर निकला सिपाही अनूप कुशवाहा ने नौकर के भेष में उसका मोबाइल लेकर निकला, फिर बदमाशों ने पैसे को ब्रॉडवे होटल के समीप बुलाया. सिपाही डमी पैसे लेकर जैसे ही पहुंचकर लेनदेन करने लगा पुलिस टीम ने धावा बोलकर दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.
कर्मचारी ने मांगी थी रंगदारी
डीसीपी ने बताया कि रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार आरोपी घुघरानी गली, बांसफटक निवासी पंकज पाठक और किरहिया खोजवां निवासी प्रताप घोष है. डीसीपी ने बताया कि यह पीड़ित अंकित जो इलेक्ट्रॉनिक वायर के कारोबारी है, इनके यहां कर्मचारी है. पिछले पांच से छः साल से काम कर रहा था. अंकित की पत्नी प्रियंका ने बताया कि वह घर- परिवार में घुला मिला था, बच्चों के साथ खेलता था.
डीसीपी ने बताया कि इस मामले के सराहनीय कार्य हेतु एडिशनल डीसीपी आईपीएस चंद्रकांत मीणा और एसीपी चेतगंज नीतू (आईपीएस) को प्रशस्ति पत्र देखकर जबकि गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम एसएचओ सिगरा राजू सिंह, दरोगा अरुण प्रताप सिंह, सर्विलांस सेल के हेड कांस्टेबल सतेश राय, हेड कांस्टेबल अभय नारायण सिंह, हेड कांस्टेबल राकेश सिंह, कांस्टेबल अनूप कुशवाहा और कांस्टेबल चिंताहरण तिवारी को ₹ 20 हजार नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया.