हरिश्चंद्र छात्रसंघ चुनाव के लिए आंदोलनरत छात्रों को मिला सपा प्रवक्ता का समर्थन, बोले तानाशाह है सरकार...
हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव तिथि घोषित कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत छात्रो का समर्थन करने गुरुवार को सपा प्रवक्ता मनोज काका पहुंचे।
वाराणसी,भदैनी मिरर। हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव तिथि घोषित कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत छात्रो का समर्थन करने गुरुवार को सपा प्रवक्ता मनोज काका के पहुंचे। इस दौरान छात्रों की मांग को जायज बताते हुए उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक दल होने के कारण हमारी पार्टी हमेशा ही इस विषय पर पक्षधर रही है। उन्होंने कहा कि चाहे वह पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हो या फिर स्वर्गीय नेताजी हो हम सभी इस बात के पक्षधर रहे हैं की सभी विधाओं औऱ प्रतिभाओं का उदय किसी न किसी शैक्षणिक संस्थान से ही होता है। इसलिए हम यह मानते हैं कि लोकतंत्र में जो राजनीति होती है उसका उदय भी छात्रसंघ से ही होता है और हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय से भी कई ऐसे छात्रनेता निकले जो अपने क्षेत्र में चाहे वह विविध राजनैतिक दलों में होते हुए भी देश की और उत्तर प्रदेश की बेहतरीन सेवा कर रहे हैं।
चुनाव कराने में जिला प्रशासन अक्षम क्यों!
सपा प्रवक्ता ने कहा कि ये सभी छात्र लगभग 18 से 20 दिनों से धरनारत हैं। लोकतंत्र में कोई भी आवाज छोटी नहीं होती है। ये सभी साथी छात्रसंघ के समर्थन में हैं। मैं जिला प्रशासन से यह जानना चाहता हूं कि जब आप अपनी सुरक्षा के इतने दावे करते है तो कॉलेज में एक चुनाव कराने में अक्षम क्यों हैं। अगर आप लोकतांत्रिक व्यवस्था मानते हैं तो आपसे छात्र अनुरोध कर रहे लोकतांत्रिक ढंग से की जितना जल्दी हो सके छात्रसंघ का चुनाव सम्पन्न कराया जाय।
प्रौढ़ लोकतंत्र से ही न्याय सम्भव
छात्रों के आंदोलन के दौरान न ही कोई सपा नेता और न ही कॉलेज के प्रिंसिपल मिलने आये इस सवाल पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि दो सवाल है जिसका पहला जवाब की मैं पार्टी का प्रवक्ता हूँ और पार्टी के निर्देश पर ही यहां आया हूं। प्रवक्ता आ गया मतलब पार्टी आ गई। दूसरा जवाब है कि छात्रों से मिलने प्राचार्य इसलिये नही आये क्योंकि यहां के प्राचार्य तानाशाह हैं। यहां सभी जाति, धर्म और सम्प्रदाय के छात्र हैं उन्हें अपने छात्रों की चिंता नही है। लोकतंत्र की मर्यादा, मान्यता और लोकतंत्र प्रौढ़ और मजबूत कैसे हो? यदि दुनियाभर देशों का अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि न्यायिक व्यवस्था वहीं सबसे ज्यादा मजबूत है, जहाँ लोकतंत्र में न्याय है और लोकतंत्र में न्याय तभी सम्भव है जब लोकतंत्र प्रौढ़ हो। लोकतंत्र प्रौढ़ तभी होगा जब छात्रसंघ से निकले छात्र हमारे लोकतंत्र के विभिन्न दलों का नेतृत्व करेंगे।
तानाशाह है सरकार
छात्रों को भेजे गए नोटिस के सवाल पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि जो यूपी की सरकार है वह कई प्रकार के संगठित अपराधियों को संरक्षण दे रही है। इसी से पूरी व्यवस्था चल रही है जो किसी भी जाति और धर्म के लिए घातक है। छात्र जब भी लोकतांत्रिक तरीके से चाहे वह छात्रसंघ हो या रोजगार हो अपनी मांग करते हैं तो सरकार लाठी चलवाती है। सरकार पूरी तरीके से तानाशाह है कोई भी लोकतांत्रिक तरीके से की गई मांग पर तानाशाही रवैया अपनाती है। आज मैं पार्टी के निर्देश पर सांकेतिक तरीके से छात्रों का समर्थन करने आया हूँ। अगर जरूरत पड़ी तो बड़े पैमाने पर पार्टी इनका समर्थन करेगी और तब तक आवाज उठायेगी जब तक चुनाव की तिथि घोषित नही हो जाती है।