BHU में रोजा इफ्तार पर बवाल: VC आवास के सामने हुआ हनुमान चालीसा, विश्वविद्यालय का तर्क इफ्तार की परंपरा नई नहीं...
Ruckus over Rosa Iftar in BHU. Hanuman Chalisa happened in front of VC's residence, University argues Iftar tradition is not new. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में रोजा इफ्तार पार्टी को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. छात्रों ने कुलपति आवास के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया तो विश्वविद्यालय ने तर्क दिया कि बीएचयू में इफ्तार पार्टी कोई नई नहीं है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के महिला महाविद्यालय में आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी को लेकर उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ छात्रों ने सचेत किया है कि नई परंपरा शुरु करके मालवीय की बगिया में इफ्तारी नहीं चलेगी तो दूसरी ओर विश्वविद्यालय के सहायक जनसंपर्क अधिकारी चंद्रशेखर ने कहा है कि विश्वविद्यालय महामना के आदर्शों पर ही चलेगा।
इफ्तारी हो सकती है तो हनुमान चालीसा क्यों नहीं
छात्रों का कहना है कि जब मालवीय जी की बगिया में इफ्तारी हो सकती है तो हनुमान चालीसा क्यों नहीं हो सकता है। छात्रों का आरोप है कि यह नई परंपरा शुरू की गई है। हम इसकी सख्त विरोध करते हैं। नारे लगाते हुए छात्रों ने कहा कि मौलाना सुधीर कुमार जैन होश में आओ। इस दौरान ढोलक की ताली पर हनुमान जी की मूर्ति रखकर चालीसा का पाठ किया गया। कुलपति आवास के सामने जय श्री राम के नारे लगाए गए। छात्रों ने कहा कि बीएचयू काे एएमयू और जेएनयू नहीं बनने देंगे।
वर्षों से होती आ रही इफ्तार पार्टी
विश्वविद्यालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है शिक्षा की गुणवत्ता, शोध, अनुसंधान और अपनी समग्रता के लिए वैश्विक ख्याति प्राप्तों में बीएचयू एक है। महामना ने जिन मूल्यों के साथ विश्वविद्यालय को स्थापित किया उनका अनुसरण करते हुए विश्वविद्यालय में विभिन्न त्योहारों और उत्सवों का आयोजन होता है। इसमें विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य आपसी प्रेम और सद्भाव के साथ उत्साहपूर्वक शामिल होते हैं। बीएचयू परिवार के मुखिया के रूप में कुलपति जब भी परिसर में उपलब्ध होते हैं, इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हैं। पहले भी कई बार कुलपतियों ने इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ बैठकर इफ्तार की है। विश्वविद्यालय का शैक्षणिक व सद्भावपूर्ण वातावरण बिगाड़ने की कोशिश निंदनीय है।
प्रो. लाल जी सिंह वर्ष 2013 में शामिल हुए थे।
प्रो. विनय सिंह वर्ष 2014 में इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे।
प्रो. डी पी सिंह वर्ष 2010 में इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे।