78th Independence Day : पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से फहराया तिरंगा, बोले- नेशन फर्स्ट, राष्ट्रहित सुप्रीम

78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 11वीं बार तिरंगा फहराया. इसके बाद राष्ट्र को संबोधित किया.

78th Independence Day : पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से फहराया तिरंगा, बोले- नेशन फर्स्ट, राष्ट्रहित सुप्रीम

नई दिल्ली। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 11वीं बार तिरंगा फहराया. इसके बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, 60 साल बाद जनता में हमें लगातार तीसरी बार देश सेवा का मौका दिया. जनता के आशीर्वाद में मेरे लिए सिर्फ एक संदेश है- जन-जन की सेवा, हर परिवार की सेवा, हर क्षेत्र की सेवा और इसे लेकर के विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचना. लाल किले की प्राचीर से मैं देशवासियों को कोटि-कोटि नमन करता हूं.

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अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन उन अनगिनत 'आजादी के दीवाने' को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया. यह देश उनका ऋणी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा, 'हम जो कुछ भी कर रहे हैं, राजनीति का गुणा-भाग करके नहीं करते हैं. हमारा एक ही संकल्प होता है- नेशन फर्स्ट! राष्ट्रहित सुप्रीम! ये मेरा भारत महान बने, इसी संकल्प को लेकर हम कदम बढ़ाते हैं.

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पीएम ने कहा, एक समय था कि लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे. आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब लाल किले से कहा जाता है कि देश के 18,000 गांव में समय सीमा में बिजली पहुंचाएंगे, और वो काम हो जाता है तो भरोसा मजबूत हो जाता है.

प्रधानमंत्री ने 'इस वर्ष और पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती चली जा रही है. प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवार जन खोए हैं, संपत्ति खोई है. मैं आज उन सब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि ये देश इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है.

Imageपीएम मोदी ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई के लिए छात्र बाहर जा रहे हैं. इसलिए अब 10 सालों में मेडिकल सीटों की संख्या 1 लाख हो गई है. अगले पांच साल में मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएंगी। हमने राष्ट्रीय पोषण मिशन चलाया है, ताकि बच्चों को पोषण मिल सके.

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ चिंता की बातें भी हैं. मैं यहां से अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं. एक समाज के नाते हमें ये सोचना होगा कि हमारी माता, बहनों और बेटियों के साथ जो अत्याचार हो रहे हैं. उसके प्रति लोगों का आक्रोश है. राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो, राक्षसी काम करने वाले लोगों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो.

उन्होंने आगे कहा, समाज में विश्वास पैसा करने के लिए ये जरूरी है. महिलाओं पर अत्याचार की जब घटनाएं होती हैं तो उसकी बहुत ज्यादा चर्चा होती है. मगर जब ऐसा करने वाले राक्षसी व्यक्ति को सजा होती है तो इसकी खबर कोने में नजर आती है. इस पर चर्चा नहीं होती है. अब समय की मांग है कि ऐसा करने वाले दोषियों की भी व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा पाप करने वालों को भी डर हो कि उन्हें फांसी पर लटकना पड़ेगा. मुझे लगता है कि ये डर पैदा करना जरूरी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि साइंस और टेक्नोलॉजी पर बल देने की जरूरत है. चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद साइंस और टेक्नोलॉजी के प्रति छात्रों की दिलचस्पी बढ़ी है. इस दिलचस्पी को सही दिशा में ले जाने के लिए संस्थानों को आगे आना होगा. सरकार ने रिसर्च के लिए सपोर्ट बढ़ाया है। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की व्यवस्था बनाई है. बजट में एक लाख करोड़ रुपये रिसर्च और इनोवेशन पर देने का प्रण लिया गया है.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच भारत ने अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाया. जात-पात-मत-पंथ से ऊपर उठकर हर घर में तिरंगा फहराया जाता है, तब लगता है कि देश की दिशा सही है. आज पूरा देश तिरंगा है, हर घर तिरंगा है. ना कोई जात पात है और ना कोई ऊंच-नीच है. सभी भारतीय हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आकांक्षाओं से भरा हुआ है. हर सेक्टर में काम में तेजी लाने पर हमारा फोकस है. बदलाव के लिए जो इंफ्रास्ट्रक्चर चाहिए, उस पर हम काम करें. नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं को हम बल दें. इसकी वजह से समाज आकांक्षाओं से भरा हुआ है. देश में लोगों की आय दोगुना हुई है. ग्लोबल संस्थानों का भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने देशवासियों के लिए 1500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि लोगों को इस जंजाल में फंसना ना पड़े. हमने छोटी-छोटी गलतियों की वजह से लोगों को जेल में धकेलने वाले कानूनों को भी खत्म किया. आपराधिक कानून को बदला गया है. मैं हर पार्टी के प्रतिनिधि से आह्वान करता हूं कि वे हमारे इज ऑफ लिविंग मिशन में कदम उठाने के लिए मदद करें.