मुल्क के अमन-चैन के लिए मांगी दुआएं, ईद पर बने लजीज पकवान, सुरक्षा के व्यापक इंतजाम...

Prayers sought for the peace of the country delicious dishes made on Eidमुल्क के अमन-चैन के लिए मांगी दुआएं, ईद पर बने लजीज पकवान, सुरक्षा के व्यापक इंतजाम...

मुल्क के अमन-चैन के लिए मांगी दुआएं, ईद पर बने लजीज पकवान, सुरक्षा के व्यापक इंतजाम...

वाराणसी,भदैनी मिरर। ईद पर्व के मौके पर ख्वाजा का करम पाने और उनकी इबादत के लिए शहर के लगभग 400 मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ी गई। नमाज के बाद सभी मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। बता दें कि ईदगाह लल्लापुरा फातमान और ईदगाह लोहता में सुबह 6:30 बजे सबसे ईद की नमाज शुरू हुई। इसके बाद चौखंभा स्थित आलमगीर मस्जिद में 7 बजे, ज्ञानवापी और मस्जिद खजूर वाली नई सड़क में सुबह 8.00 बजे से नमाजियों की तादाद बढ़ी। वहीं काशी विद्यापीठ स्थित ईदगाह में सुबह 8.30 बजे और वाराणसी की शिया मस्जिदों में नमाज 9 बजे के बाद शुरू हुए। इस दौरान सभी मस्जिदों और ईदगाहों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध भी किए गए थे।

घरों में बने लजीज पकवान और सेवइयां

इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी यानी करीब 1400 साल पहले ईद पहली बार मनाया गया था। इसके बाद से हर वर्ष करीब 720 घंटे का उपवास रखने के बाद ईद मनाई जाती है। इसे उपवास तोड़ने का त्योहार भी कहा जाता है। इस खास मौके पर घरों में बिरयानी, निहारी, कबाब और सबसे लजीज सेंवईयां बनाई गई है।

बाजारों में भी रही रौनक

बाजार भी ईद के रंग में सराबोर हो चुका है। हर ओर उत्सव और उमंग का माहौल है। आज भी लोग दालमंडी, नई सड़क, सिगरा आदि बड़े मार्केट में खरीदारी में लगे ही हैं। इस मौके पर दालमंडी और नई सड़क पर भी ईद स्पेशल कई पकवान बाजार में मिल भी रहे हैं। लोग नमाज के बाद सेवई खिलाकर एक दूसरे का मुंह मीठा करा रहे हैं। साथ ही अपने नजदीकियों को गिफ्ट भी दे रहे हैं।