आस्था का अपमान! सड़क किनारे फेंका मिला मां अन्नपूर्णा का प्रसाद, महंत करेंगे डाक विभाग के लापरवाही की CM से शिकायत...

Insult to faith! Mother Annapurna's Prasad was found thrown on the roadside, the Mahant will complain to the CM about the negligence of the postal department. श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक माता अन्नपूर्णा के दरबार का प्रसाद सड़क किनारे फेकें मिलने से महंत का आक्रोश चौथे आसमान पर है।

आस्था का अपमान! सड़क किनारे फेंका मिला मां अन्नपूर्णा का प्रसाद, महंत करेंगे डाक विभाग के लापरवाही की CM से शिकायत...
सड़क किनारे फेंका गया डाक विभाग द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भेजा गया माता अन्नपूर्णा का प्रसाद।

वाराणसी, भदैनी मिरर। बाबा विश्वनाथ और अन्नपूर्णा के भक्त पूरे विश्व में फैले है। दरबार में हमेशा न आ पाने की वजह से वह चरणों के प्रसाद को अपने यहां तक बड़ी श्रद्धा से मंगवातें है, मगर डाक विभाग आस्था का अपमान कर देता है।  इस बात की जानकारी जैसे ही अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपुरी को हुई उन्होंने तत्काल डाक विभाग के अधिकारियों से वार्ताकर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि आस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसकी शिकायत सीएम शिवराज सिंह चौहान  से की जाएगी।

माँ के श्रद्धालु ने भेजी महंत को तस्वीर

 मध्यप्रदेश के इटारसी स्थित मेहरागांव के समीप सड़क किनारे झाड़ियों में भारी मात्रा में माता अन्नपूर्णा का प्रसाद पैकेट में फेंका हुआ मिला। इसकी सूचना स्थानीय श्रद्धालु ने तत्काल मंदिर प्रशासन और महंत शंकरपुरी को दी। जिसके बाद उन्होंने इटारसी के क्षेत्रीय डाक अधिकारियों से वार्ता करके शिकायत की। अधिकारियों ने जांच करके कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 
बता दें,काशी में विराजमान माता अन्नपूर्णा प्रतिदिन हजारों भक्तों के पेट भरती है। मंदिर ट्रस्ट की तरफ से निःशुल्क अन्नक्षेत्र चलाया जा रहा। वहीं, माता का प्रसाद डाक द्वारा भी भारत के विभिन्न राज्यों और शहरों में भेजा जाता है। उस प्रसाद के पैकेट में माता की तस्वीर, उनको चढ़ा हुआ कुमकुम और अन्न होता है। 

इतनी बड़ी लापरवाही बर्दाश्त नहीं

महंत शंकर पूरी ने कहा कि इतनी बड़ी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह भक्तों के आस्था का अपमान है। प्रकरण को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी शिकायत करूँगा और जांच की मांग करूँगा। बताया कि प्रतिदिन हजारों पैकेट प्रसाद डाक के द्वारा विभिन्न राज्यों में भक्तों को भेजा जाता है।