मरीजों को निशुल्क मिलेगा डायलिसिस की सुविधा, CM ने किया उद्घाटन...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल माध्यम से डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन किया. इस दौरान पीडीडीयू नगर में भी डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन हुआ. जिलाधिकारी ने कहा की अब मरीजों को डायलिसिस के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा.
पीडीडीयू, भदैनी मिरर। पीडीडीयू नगर में किडनी व अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों को इलाज की निःशुल्क सुविधा मुहैया कराने के लिए बुधवार को पं कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल में बनकर तैयार डायलेसिस सेंटर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ से वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया गया।
जरूर करें प्राणायाम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा जनपद चंदौली के लोगों को निःशुल्क डायलिसिस सेंटर का भरपूर लाभ मिलेगा। इसके अलावा प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है सभी व्यक्तियों को समय निकालकर प्राणायाम अवश्य करना चाहिए। प्राणायाम से मानसिक तनाव के साथ-साथ कई बीमारियों से निजात मिलता है।
संचारी रोगों के प्रति किया जा रहा जागरूक
सीएम ने कहा की स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के माध्यम से जनमानस में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर जागरूक किया जा रहा है। संचारी रोग पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्रवाई स्वास्थ विभाग सुनिश्चित कर रही है। निर्देशित करते हुए कहा कि दवाओं का छिड़काव-फागिंग एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलता रहे।
लोगों को अब नहीं जाना होगा बाहर
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि आकांक्षी जनपद में डायलिसिस सेंटर के निर्माण से लोगों को किडनी व अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा जिला अस्पताल में निशुल्क उपचार किया जाएगा। कहा कि पूरे साल में पाँच हजार मरीजों का डायलिसिस उपचार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अतिरिक्त हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर ओवर हाइजीन जांच कार्यक्रम का शुभारंभ मा0 मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए निशुल्क डायलिसिस सेंटर का शुभारंभ बड़ी उपलब्धि है। इसके शुरू होने से अब किडनी रोग के मरीजों को डायलेसिस कराने के लिए वाराणसी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
उपलब्ध सुविधाएं
डायलेसिस सेंटर में 06 बेड, मरीजों के लिए हाल, चिकित्सक व उपकरण के लिए अलग-अलग कक्षों के साथ ही शौचालय आदि की मुकम्मल व्यवस्था है।कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य चिकित्सक गण उपस्थित रहे।