नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा के दर्शन कर भक्त हो रहे निहाल, माता का यह महात्म्य...
नवरात्र के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा के दर्शन कर भक्त निहाल हो रहे है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। चैत्र नवरात्र की तृतीया तिथि को माँ चन्द्र घंटा के दर्शन पूजन का महात्म्य है । काशी में माँ चंद्रघंटा का मन्दिर चौक क्षेत्र में स्थित हैं। जहाँ मां अपने दिव्य स्वरूप के साथ विराजती है। माँ के इस स्वरूप में गले में चन्द्रमा है। कहा जाता है कि माता के घण्टे की आवाज सुनकर असुरों में भय का माहौल व्याप्त हो जाता हैं। इसलिए जब असुरो के बढ़ते प्रभाव से देवता त्रस्त हो गए तो असुरो का नाश करने के लिए देवी माँ चन्द्र घंटा के रूप में अवतरित हुई और असुरो का संहार कर माँ ने देवताओ के संकट को दूर दिया ।
ऐसी भी मान्यता है कि माता के दर्शन पूजन से सभी कष्ट दूर होते है। इसी मान्यता के अनुसार शुक्रवार को यहाँ नवरात्रि के तीसरे दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सभी ने कतारबद्ध होकर माता को चढ़ावा स्वरूप यहाँ लाल चुनरी, फूल माला नारियल चढ़ाकर अपने कष्टों को दूर करने की कामना की।