#Photos: : ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट' का PM ने किया उद्घाटन, बोले - भारत अब वर्ष 2025 तक TB खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है, काशी से मिलेगी मेरे वैश्विक संकल्प को नई ऊर्जा...

मेरे लिए ये बहुत खुशी के बात है कि 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' काशी में हो रही है. सौभाग्य से मैं काशी का सांसद भी हूं. काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है. काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है. मुझे विश्वास है, TB जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी.

#Photos: : ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट' का PM ने किया उद्घाटन, बोले - भारत अब वर्ष 2025 तक TB खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है, काशी से मिलेगी मेरे वैश्विक संकल्प को नई ऊर्जा...

(कार्यक्रम स्थल से -कविता गोंड की रिपोर्ट)

वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंच चुके है. प्रधानमंत्री का स्वागत एयरपोर्ट पर सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की. इसके अलावा जनप्रतिनिधि और अफसर भी मौजूद रहे. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के हेलीकाप्टर से सवार होकर सीधे पुलिस लाइन पहुंचे. वहां से सड़क मार्ग होते हुए पीएम का काफिला सिगरा रुद्राक्ष सेंटर पहुंचा, जहां प्रधानमंत्री ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट 2023’ के आयोजन का शुभारंभ किया.

2025 तक देश जीतेगा और हारेगी टीवी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में टीबी को जड़ से मिटाने के लिए केंद्र सरकार ने एक व्यापक ईको सिस्टम का निर्माण किया है। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जरिए भारत ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त होने का लक्ष्य रखा है. पीएम मोदी ने 'वन वर्ल्ड टीवी समिट 2023' का शुभारंभ करते हुए रुद्राक्ष कांवेंसन सेंटर में कहा की मेरे लिए ये बहुत खुशी के बात है कि 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' काशी में हो रही है. सौभाग्य से मैं काशी का सांसद भी हूं. काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है. काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है. मुझे विश्वास है, TB जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी. इसलिए ही प्रेसिडेंट के तौर पर भारत ने G-20 समिट की भी थीम रखी है- 'One world, one family, one future'! ये थीम एक परिवार के रूप में पूरे विश्व के साझा भविष्य का संकल्प है. एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब 'वसुधैव कुटुंबकम्' यानी- 'Whole world is one family' की भावना में झलकता है. ये प्राचीन विचार आज आधुनिक विश्व को integrated vision दे रहा है, integrated solutions दे रहा है. 

नई सोच के साथ शुरु हुआ काम

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा की 2014 के बाद से भारत ने जिस नई सोच और अप्रोच के साथ टीबी के खिलाफ काम करना शुरू किया, वो वाकई अभूतपूर्व है. भारत के ये प्रयास पूरे विश्व को इसलिए भी जानने चाहिए क्योंकि ये टीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का एक नया मॉडल है. TB के खिलाफ लड़ाई में, भारत ने जो बहुत बड़ा काम किया है, वो है जनभागीदारी. बीते 9 वर्षों में भारत ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में अनेक मोर्चो पर एक साथ काम किया है. जैसे, जनभागीदारी, पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल और अच्छी हेल्थ को बढ़ावा देने वाले फिट इंडिया, खेलो इंडिया और योग जैसे अभियान. भारत अब वर्ष 2025 तक TB खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. इस अभियान के बाद करीब-करीब 10 लाख TB मरीजों को देश के सामान्य नागरिकों ने Adopt किया है, गोद लिया है. कोई भी TB मरीज इलाज से छूटे नहीं, इसके लिए हमने नई रणनीति पर काम किया. TB के मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए, उनके ट्रीटमेंट के लिए, हमने उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा है. TB की मुफ्त जांच के लिए हमने देशभर में लैब्स की संख्या बढ़ाई है.

बता दें,इस कार्यक्रम के माध्यम से देश को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने पर गहन मंथन होगा. विश्व क्षय रोग दिवस की इस साल की थीम “हाँ! हम टीबी को खत्म कर सकते है” तय की गयी है. काशी में आयोजित हो रहे ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट 2023’ का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय संगठन ‘स्टॉप टीबी पार्टनरशिप’ और भारत सरकार की ओर से किया जा रहा है. इस आयोजन में विश्व के विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, विशेषज्ञ, सहयोगी संस्थाएं तथा नीति नियंत्रक भाग ले रहे है. जो क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के संबंध में विभिन्न विषयों पर गुणवत्तापूर्ण चर्चा के दौरान निर्णय लेंगे. यह आयोजन देश को क्षय उन्मूलन करने में एक नई दिशा व आयाम प्रदान करेगा. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में ब्राज़ील, नाइजीरिया, यूरोप के मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, डबल्यूएचओ के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रतिनिधि शामिल होंगे.