विश्व COPD दिवस के अवसर पर ब्रेथ ईजी ने निकाली जागरूकता रैली, लगाया चिकित्सा शिविर

On the occasion of World COPD Day Breathe Easy took out awareness rally organized medical campविश्व COPD दिवस के अवसर पर ब्रेथ ईजी ने निकाली जागरूकता रैली, लगाया चिकित्सा शिविर

विश्व COPD दिवस के अवसर पर ब्रेथ ईजी ने निकाली जागरूकता रैली, लगाया चिकित्सा शिविर

वाराणसी, भदैनी मिरर। विश्व सी.ओ.पी.डी दिवस के अवसर पर ब्रेथ ईजी हॉस्पिटल की ओर से बुधवार को जन जागरूकता रैली निकली गई।  रैली की शुरुआत डॉ एस. के पाठक (वरिष्ठ टी.बी, श्वांस एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ) सुनीता पाठक (निदेशिका, ब्रेथ ईज़ी) ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया I  रैली अस्सी से प्रारम्भ होकर लंका, दुर्गाकुंड, सोनारपुरा मार्ग से होते हुए अस्सी घाट पहुंचकर समाप्त हुई I रैली में शहर के 150 से भी ज्यादा युवा व सम्मनित नागरिक व ब्रेथ ईजी चेस्ट फाउंडेशन फॉर ह्यूमैनिटी के सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया I 

रैली के बाद डॉ. एस.के पाठक के नेतृत्व में पेशेंट एजुकेशन प्रोग्राम व चिकित्सा शिविर का आयोजन अस्सी घाट स्थित सुबह  ए बनारस के मंच पे किया गया।  इस दौरान मरीजों को समझाते हुए डॉ पाठक ने बताया कि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) होने पर सांस लेने में मुश्किल आने लगती है। लेकिन यह समस्या कई सालों में धीरे-धीरे विकसित होती है और इसमें आप इस बात को समझ नहीं पाते हैं कि यह बीमारी आपको कब से है। सीओपीडी से ग्रसित अधिकांश लोग इस समस्या के आम लक्षणों को तब तक जान नहीं पाते हैं, जब तक कि वो 40 से 50 की आयु तक नहीं पहुंचते।

डॉ पाठक ने आगे बताया कि इस बीमारी में ब्रोन्कीअल ट्यूब में सूजन आने के कारण फेफड़ों में बलगम की समस्या शुरू हो जाती है, मरीज को हमेशा खांसी रहती है व सांस लेने में परेशानी होती है या सांस छोटी आती है। इसके लक्षण अस्थमा से मिलने के कारण कई बार लोग सीओपीडी को अस्थमा समझ बैठते हैं। लेकिन आपको बता दें सीओपीडी अस्थमा से कहीं ज्यादा गंभीर परेशानी है। समय से इसकी पहचान कर इलाज न मिलने से ये अपने पैर पसारती जाती है और धीरे—धीरे अन्य अंगों को भी अपनी चपेट में ले लेती है। कई बार ये व्यक्ति के जीवन को भी खतरे में डाल सकती है।

इसके बाद ब्रेथ ईजी मोबाइल कैंप का भी आयोजन किया गया, जिसमे ब्रेथ ईजी वैन वाराणसी के प्रमुख चौराहों पर गयी व वहां के जनता की फेफड़ो की जाँच कंप्यूटर मशीन द्वारा की गयी I इनमे कुल 1000 से भी अधिक लोगो के फेफड़ो की क्षमता मापी गयी, जिसमे 500 से भी अधिक लोग श्वांस व एलर्जी रोग से ग्रसित पाए गए I इन मरीजों को ब्रेथ ईजी में नि:शुल्क परामर्श के लिए बुलाया गया I 

इस दौरान डॉ रत्नेश वर्मा (प्रबंधक - सुबह बनारस मंच, अस्सी घाट} ने बताया कि ब्रेथ ईजी जन जागरूकता के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता रहता है। रैली में डॉ. इन्द्रपाल, सुनील उपाध्याय, अभिषेक केशरी, अश्विन पाठक, तेज जायसवाल, आकाश, रोहित, प्रतिमा, जे.पी, अखिलेश, रतन. संजय व ब्रेथ ईज़ी चेस्ट फाउंडेशन फॉर ह्यूमैनिटी के सदस्य सम्मलित रहे I