संकटमोचन मंदिर के महंत को मातृ शोक, राजनीतिक और समाजसेवियों ने जताया शोक...
श्री संकटमोचन मंदिर के महंत और आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र व उनके अनुज ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र की माता सेवा देवी का निधन हो गया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। संकटमोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र और उनके अनुज बीएचयू आईएमएस के न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र को मातृ शोक हो गया है. 80 वर्ष की उम्र में उनकी माता सेवा देवी ने तुलसीघाट स्थित तुलसी भवन में शरीर त्याग दिया. वह लंबे समय से बीमार चल रही थी.
यह दुखद समाचार जैसे ही मोहल्ले में गई, अस्सी- भदैनी और शिवाला की जनता तुलसी घाट पहुंच गई. खबर मिलते ही क्षेत्र के पार्षद, यूपी सरकार के राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु" भी शोक व्यक्त करने पहुंचे. मा सेवा देवी को जैसे ही दोनों पुत्रों और परिवारिजनों ने कांधा दिया लोगों ने नम आंखों से अंतिम प्रणाम किया. बता दें, वर्ष 2013 में संकटमोचन मंदिर के पूर्व महंत प्रोफेसर वीरभद्र मिश्र ने शरीर त्याग किया था.
अन्तिम समय भी राम नाम का सहारा
महंत प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र ने बताया कि परिवार की बट वृक्ष थी, उनकी उपस्थित ठीक उसी तरह थी जैसे घर के बाहर वृक्ष होता है. तमाम झंझावातों के बीच उन्होंने सबका पालन-पोषण किया. अंतिम समय में जब बीमारी ने ग्रसित किया तो उनका एक मात्र सहारा "राम" नाम था. हरिश्चंद्र घाट पर उनको मुखाग्नि छोटे पुत्र प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने दी. इस दौरान बड़ी बहू आभा मिश्रा, छोटी बहू शेफाली मिश्र, नाती पुष्कर नाथ मिश्र, यशश्विनी, श्रुति, गौरी सहित भारी संख्या में परिजन और रिश्तेदार मौजूद रहे.
संवेदना प्रकट करने पहुंचते रहे लोग
यह दुखद खबर मिलते ही हरिश्चंद्र घाट पर शहर के मशहूर चिकित्सक, राजनीतिक और समाजसेवी कार्यकर्ता पहुंचते रहे. इस दौरान यूपी सरकार के राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु", पीएम संसदीय कार्यालय के प्रभारी शिवशरण पाठक, भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय, बरहज के विधायक दीपक मिश्रा "शाका", शहर के वरिष्ठ नेता राजेशपति त्रिपाठी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश मिश्रा सहित कई क्षेत्रों के पार्षद और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. वहीं ख्यात चिकित्सकों में डॉक्टर विवेक शर्मा, प्रोफेसर आर. एन. चौरसिया, डॉक्टर वरुण, डॉक्टर आनंद, डॉक्टर वीडी मिश्रा रहे.