CM आवास पर फोन कर वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला मोमोज विक्रेता गिरफ्तार, पड़ोसी का फोन चोरी कर दिया था धमकी...

लखनऊ स्थित सीएम आवास पर फोन कर वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।

CM आवास पर फोन कर वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला मोमोज विक्रेता गिरफ्तार, पड़ोसी का फोन चोरी कर दिया था धमकी...

वाराणसी,भदैनी मिरर। लखनऊ स्थित सीएम आवास पर फोन कर वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया की पकड़ा गया आरोपी  मोनू सोनकर फुलवरिया क्षेत्र के पहलूपुरा का रहने वाला है। उसने अपने पड़ोसी से पुराने विवाद की रंजिश का बदला लेने के में उसकी बेटी का मोबाइल चुराकर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही वाराणसी के एसपी ग्रामीण के सरकारी आवास के लैंड लाइन और इंस्पेक्टर कैंट के सरकारी मोबाइल नंबर पर भी फोन किया था। आरोपी को आज अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा।

बता दें की 30 सितंबर को पुलिस के पास कॉल आई कि कल वाराणसी स्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के सभास्थल और सिविल कोर्ट में बम धमाका होगा। इसके साथ कॉल करने वाले ने पुलिस से जमकर गालीगलौज किया। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मोबाइल नंबर से संबंधित शख्स के नाम और पते की तस्दीक की। पता लगा कि जिस नंबर से कॉल आई थी वह फुलवरिया के पहलूपुर  क्षेत्र में रहता है। पुलिस ने उसको उठाया तो उसने बताया कि मोबाइल उसकी बेटी का है। उसकी पत्नी सब्जी की दुकान लगाती है और 30 सितंबर की शाम ही वह मोबाइल वहीं से गायब हो गया था। उसे शंका है कि उसके पड़ोसी के शातिर बेटे मोनू ने उसे फंसाने के लिए उसका मोबाइल चुरा कर हर जगह धमकी भरी कॉल की है।

खुद का करा चुका था अपहरण

पुलिस ने मोनू को उठाया और उससे पूछताछ शुरू की। सामने आया कि वह वर्ष 2017 में खुद के अपहरण की साजिश रचा था और पड़ोसी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। मोनू उस दौरान बिहार से बरामद हुआ था और जांच में सामने आया था कि पड़ोसी व उसके परिवार के लोगों को फंसाने के लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। उसी रंजिश में एक बार फिर उसने अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए उसकी बेटी का मोबाइल चुरा कर बम ब्लॉस्ट की धमकी दी है। बाद में जब उसे लगा कि मामला तूल पकड़ चुका है तो उसने पड़ोसी का मोबाइल उसी की छत पर फेंक दिया। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि वास्तविक आरोपी पकड़ लिया गया है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की उचित धाराओं में कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेजा जाएगा।