मणिपुर और हरियाणा के नूंह में हो रही हिंदुओं से हिंसा के खिलाफ सौंपा ज्ञापन, दंगाइयों की संपत्ति जब्त कर भरपाई करने सहित यह है मांगे...
हिन्दू जनजागृति समिति के सदस्य मणिपुर व हरियाणा के नूह में हो रही हिंसा के खिलाफ शनिवार को जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एडीएम सिटी आलोक वर्मा को पत्रक देने पहुंचे।
वाराणसी भदैनी मिरर। हिन्दू जनजागृति समिति के सदस्य मणिपुर व हरियाणा के नूह में हो रही हिंसा के खिलाफ शनिवार को जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एडीएम सिटी आलोक वर्मा को पत्रक देने पहुंचे। इस दौरान समिति के सदस्य राजेन्द्र केसरी ने बताया कि विगत तीन महीनों से ईसाई समाज द्वारा योजनाबद्ध तरीके से मणिपुर में हिंसा कर कश्मीर की तर्ज पर मणिपुर को हिन्दूविहीन बनाने का बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है।
हाल ही दिल्ली में मोहर्रम के जुलूस के दौरान छोटे बच्चों के माध्यम से हिन्दुओं पर तथा सरकारी बसों एवं सार्वजनिक संपत्ति पर आक्रमण किए गए। साथ ही 31 जुलाई 2023 को हरियाणा स्थित नूंह (मेवात) में महादेव के मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं पर भीषण आक्रमण किया गया।
उन्होंने पत्रक के माध्यम से गृहमंत्री अमित शाह से मांग किया कि इन दंगों में मारे गए प्रत्येक हिन्दू को 10 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति दी जाए तथा जितनी संपत्ति की हानि हुई है, उसकी संपूर्ण क्षतिपूर्ति दंगाइयों की संपत्ति जप्त कर की जाए एवं जिन दंगाइयों के घर, दुकानें आदि गैरकानूनी है, उनपर बुलडोजर चलाया जाए।
इस संदर्भ में की गई अन्य मांगें
- इस दंगे में सहभागी रोहिंग्या, बांग्लादेशी मुसलमानों को बंदी बनाकर देश से बाहर भगाया जाए।
2. इस दंगे के प्रसारित सर्व वीडियो एकत्रित कर उसके आधार पर संवेदनशील क्षेत्र में कोबिंग ऑपरेशन किया जाए तथा दंगाइयों पर 'राष्ट्रीय सुरक्षा कानून' आदि विविध कठोर कानूनों के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट किए जाएं।
3. इस हिंसा के लिए विदेश से फंडिंग अथवा शस्त्र-अस्त्र की आपूर्ति हुई है क्या, इसकी गहन जांच की जाए।
4. जिन हिन्दू परिवार का कर्तापुरुष अथवा आधार चला गया हो, उस परिवार के व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए तथा पीडित।परिवार के बच्चों की शिक्षा का दायित्व सरकार उठाए।