पिछले वर्ष सावन में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने किया श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन, CM बोले कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में न हो मांस की बिक्री...

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पिछले वर्ष 2022 में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने सावन में बाबा का दर्शन किया. सावन के सोमवार को 6-7 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है.

पिछले वर्ष सावन में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने किया श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन, CM बोले कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में न हो मांस की बिक्री...
  • पर्व-त्योहारों के दौरान अनावश्यक बिजली कटौती की न आए शिकायत : योगी
  • धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए : मुख्यमंत्री
  • अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए: सीएम
  • धार्मिक परम्परा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परम्परा के विरुद्ध कोई कार्य न हो: योगी

वाराणसी, भदैनी मिरर। आगामी सावन माह को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से ट्वीट कर सीएम योगी के हवाले से कहा है की 4 जुलाई से शुरू हो रहे पवित्र श्रावण मास इस वर्ष दो माह की अवधि का हो रहा है. श्रावण मास में परम्परागत कांवड़ यात्रा ही निकलेगी, इसमें सोमवार पूजन का भी विशेष महत्व है. विगत वर्ष श्रावण मास में लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन का लाभ प्राप्त किया था. हर सोमवार को 6-7 लाख लोगों ने दर्शन किया था. ऐसे में वाराणसी के साथ-साथ अयोध्या और सीतापुर में भी स्थानीय प्रशासन, मन्दिर प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए व्यवस्थित कार्ययोजना बनाएं, प्रबन्धन ऐसा हो कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो.

सीएम ने निर्देश दिए है की कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की खरीद-बिक्री न हो. यात्रा मार्ग पर स्वच्छता-सैनिटाइजेशन की व्यवस्था रहे. स्ट्रीट लाइट की सुविधा हो. गर्मी तेज है, ऐसे में मार्ग में पीने के पानी की व्यवस्था भी कराई जाए. जहां खाद्य शिविर लगें, वहां खाद्य सामग्री गुणवत्ता की टीम जांच जरूर करे. ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, पर्व-त्योहारों के दौरान बिजली अपूर्ति सुचारु रखी जाए. कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए. इसकी नियमित समीक्षा की जाए. कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खम्भे, झूलते-लटकते बिजली के तार आदि का प्रबन्धन समय से कर लिया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को समस्या न हो, किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति न आए.

मुख्यमंत्री ने कहा है की धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए. ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों. शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें. संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे. PRV-112 एक्टिव रहे. अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए.

आगामी पर्वों और त्योहारों के दृष्टिगत सुदृढ़ कानून व्यवस्था तथा श्रद्धालुओं की सुविधाओं के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों की पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों के साथ अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए कहा की पर्व-त्योहार में प्रशासन द्वारा आमजन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. धार्मिक परम्परा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परम्परा के विरुद्ध कोई कार्य न हो. आयोजकों को कार्यक्रम की अनुमति दें, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि हर कोई नियम-कानून का पालन करे. हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं. पिछले अनुभवों के आधार पर गोताखोरों की तैनाती, कांवड़ यात्रा मार्ग पर CCTV कैमरे लगाए जाएं. कांवड़ शिविर स्थापित किए जाने के स्थान पहले से चिह्नित हों, ताकि आवागमन बाधित न हो.