मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हिंसा के विरुद्ध दखल संगठन ने निकाला मार्च, सभा आयोजित कर उठाई यह मांग...
अराजकता की भेंट चढ़ चुके मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को नग्न परेड कराने और उनके साथ यौन उत्पीडन की शिकायत के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और गैंगरेप की घटना के प्रतिरोध में 'मणिपुर हम शर्मिंदा हैं' के शीर्षक से दखल संगठन की ओर से कैंडल मार्च और सभा आयोजित हुई. सर्वसेवा संघ परिसर से राजघाट तक आयोजित हुए इस प्रतिरोध कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष इकट्ठा हुए और हिंसा, उत्पीड़न, उपद्रव और अराजकता का जो अंधेरा छाया हुआ है उसपर गम्भीर असहमति दर्ज कराई.
सभा मे वक्ता ने कहा कि मणिपुर से बहुत ही ज्यादा खतरनाक वीडियो सामने आया है जिसको देखकर मैं पूरी रात सो नहीं पाई हूं. ये घटना ढ़ाई महीने पहले की है और FIR भी दर्ज हुआ है. मुझे शर्म आ रही है कि केंद्र सरकार पिछले तीन महीने से चुप बैठी है. सभा में वक्ताओं ने मणिपुर के सीएम और देश के पीएम मोदी से माँग की मणिपुर में हिंसा और अराजकता का जो तांडव चल रहा है उसे खत्म किया जाए. मणिपुर से 2 कुकी आदिवासी महिलाओं की सड़क पर नग्न परेड और गैंगरेप करवाने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
सुप्रीम कोर्ट ने वायरल वीडियो का स्वतः संज्ञान लेते कहा है कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने को कहा है. स्वयं CJI का कहना है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है, सांप्रदायिक झगड़े के क्षेत्र में महिलाओं को एक उपकरण के रूप में उपयोग करना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि जो वीडियो सामने आए हैं उससे हम बेहद परेशान हैं. अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे.
दखल संगठन के नेतृत्व में आयोजित हुए कार्यक्रम का संचालन दीक्षा ने किया कार्यक्रम प्रमुख रूप से नीति, रणधीर, वंदना, एकता, राजीव यादव, अधिवक्ता नीतू, जागृति राही, अदिति, अफसाना, फातिमा, पूजा, रुखसाना,इन्दु, धनञ्जय त्रिपाठी, रवि, अनुज, जिंतेंद्र, नीरज, विवेक, डॉ. आरिफ, अमित, हरिश्चंद्र बिंद, जीवन राठौर , रामधीरज, उज्ज्वल, विनोद, आदि लोग मौजूद रहे.