CMD-MD और मैनेजर की जमानत अर्जी खारिज: फ्रॉड कंपनी नीलगिरी ने टाउनशिप डेवलप के नाम पर ठगा रुपया, 6 आरोपी है जेल में निरुद्ध...
CMD-MD and manager's bail application rejected. Fraud company Nilgiri cheated money in the name of township development, 6 accused are detained in jail. फ्रॉड कंपनी नीलगिरी के मालिक दंपति समेत मैनेजर की जमानत अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दी है। तीन वर्षों में कंपनी के ऊपर 80 मुदकमें दर्ज किए गए है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। जमीन, गोल्ड और टूर पैकेज के नाम पर जालसाजी, धोखाधड़ी और धमकाने के लिए कुख्यात फ्रॉड कंपनी नीलगिरी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव की जमानत अर्जी पचास लाख रुपये से अधिक निवेश कराकर टाउनशिप डेवलप के नाम पर प्लाट्स देने के मामले में विशेष न्यायाधीश (तृतीय) पुष्कर उपाध्याय की अदालत ने खारिज कर दी। पुराने मुकदमों में वादियों से कराया गया समझौता भी काम न आया। तीनों आरोपितों की जमानत अर्जी का विरोध एडीजीसी विनय कुमार सिंह व वादी के अधिवक्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी ने किया।
अभियोजन पक्ष के अनुसार चित्रलेखा एग्रो इण्डस्टट्रीज प्राइवेट लिमिटेड चिरईगांव थाना चौबेपुर निवासिनी ने मलदहिया स्थित नीलगिरी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सीएमडी विकास सिंह व एमडी रीतू सिंह और कर्मचारी प्रदीप यादव के खिलाफ चेतगंज थाना में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि कंपनी के इन पदाधिकारियों ने टाउनशिप डेवलपमेंट के नाम पर प्लाट्स देनें के लिए उससे 50 लाख 47 हजार 510 रुपये कई किश्तों में प्लाट्स की बुकिंग के लिए एडवांस में दिये थे। काफी दिन बीत जाने के बाद भी हमें आरोपितों द्वारा प्लाट्स नहीं दिये गये और पैसे देने से भी इंकार कर दिए। जिसके बाद आजिज आकर पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया।
6 आरोपी है जेल में निरुद्ध
रियल एस्टेट कंपनी नीलगिरी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सीएमडी चेतगंज थाना क्षेत्र के सरायगोवर्धन मोहल्ला निवासी विकास सिंह उसकी पत्नी कंपनी की एमडी रीतू सिंह और लक्सा थाना क्षेत्र के मीरबाग निवासी कर्मचारी प्रदीप यादव के आलावा पूर्व मैनेजर अमित जायसवाल, पलास और सूरज प्रजापति को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में निरुद्ध किया है। इस प्रकरण में फरार अन्य 8 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और क्राइम टीमें दबिश दे रही है।
चिन्हित कर ली गई है संपत्तियां
पुलिस ने नीलगिरी के CMD-MD और मैनेजर तीनों पर गैंगेस्टर लगा चुकी है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि कंपनी की संपत्तियों को चिन्हित कर लिया गया है। संबंधित विभागों को कहा गया है कि वह ब्यौरा इकट्ठा करें। वर्ष 2018 से 2021 तक कुल कम्पनी पर 80 मुकदमें पंजीकृत किए गए है। एसआईटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है, संपत्तियों के कुर्की तक की कार्यवाही की जाएगी।